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बिहार: 5 दिन पहले अगवा हुई बच्ची बरामद, पूर्व MP के बेटे ने रची थी साजिश

बिहार के कटिहार से पांच दिन पहले अगवा हुई बच्ची को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया है. अपह्रत बच्ची को नेपाल को विराटनगर से बरामद किया गया. अपहरण के इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड बिहार के एक पूर्व सांसद के बेटा और उसका एक दोस्त था. बच्ची के घर में काम करने वाले एक पूर्व ड्राइवर के जरिए इस वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण और फिरौती का केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.

अगवा हुई थी पेट्रोल पंप मालिक की बेटी स्पर्श अगवा हुई थी पेट्रोल पंप मालिक की बेटी स्पर्श
मुकेश कुमार/सुजीत झा
  • पटना,
  • 08 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 2:40 PM IST

बिहार के कटिहार से पांच दिन पहले अगवा हुई बच्ची को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया है. अपह्रत बच्ची को नेपाल को विराटनगर से बरामद किया गया. अपहरण के इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड बिहार के एक पूर्व सांसद के बेटा और उसका एक दोस्त था. बच्ची के घर में काम करने वाले एक पूर्व ड्राइवर के जरिए इस वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण और फिरौती का केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.

जानकारी के मुताबिक, कटिहार के कुर्सेला इलाके में रहने वाले पेट्रोल पंप मालिक भानु अग्रवाल की बेटी स्पर्श उर्फ छवि को 3 अगस्त के दिन बस स्टॉप से अगवा कर लिया गया था. वह इलाके के एनवीआर नाम के एक स्कूल में यूकेजी-2 की छात्रा है. अपराधियों ने इस घटना को उस वक्त अंजाम दिया जब बच्ची स्कूल से घर जाने के लिए स्पर्श एनएच-31 पर पुराने पेट्रोल पंप के पास बस से उतरी. तभी वहां पहले से मौजूद मिथुन नाम के युवक ने बच्ची को अगवा कर लिया.

रिहाई के लिए 25 करोड़ का फिरौती मांगी
भानु के घर आरोपी मिथुन ड्राइवर था. बच्ची के पिता ने भी पुलिस को दर्ज कराए शिकायत में मिथुन पर अपहरण की आशंका जताई थी. यह पूरा खेल तो तब साफ हुआ जब बिहार के पूर्व आरजेडी सांसद नरेश यादव के बेटे संताष यादव ने अपने दोस्त के साथ मिलकर बच्ची के पिता से 25 करोड़ रूपए की फिरौती की मांग की थी. इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को फौरन गिफ्तार करके जेल भेज दिया था.  

एसटीएफ को नेपाल में मिली थी लोकेशन
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने मिथुन का पता बताया. एसटीएफ की एक टीम आरोपियों द्वारा बताए जगह पर भेजी गई. अपहरणकर्ता मिथुन ने स्पर्श को विराटनगर के सुतंरी गांव में रखा हुआ था. इस दौरान वह बच्ची को गांव में मेला दिखाने भी ले गया था. स्पर्श की खोज में गयी पुलिस को इसकी भनक लगी, लेकिन जब तक पुलिस वहां पहुंच पाती, अपहरणकर्ता स्पर्श को मेले से लेकर निकल चुका था. इसके बाद एसटीएफ ने एक घर पर छापामारी करके स्पर्श को सकुशल बरामद कर लिया.

गिरफ्तारी के समय नशे में धुत था दोस्त
हालांकि पुलिस अभी स्पर्श की रिहाई के बारे में कुछ भी बोलने से बच रही है, लेकिन अबतक मिली जानकारी के अनुसार रिहाई के बाद एसटीएफ पहले तो स्पर्श को विराटनगर में उसके मौसी के घर ले गई थी. स्पर्श को अभी विराटनगर डीआईजी कार्यालय में रखा गया है. पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण और फिरौती का केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जिस वक्त संतोष यादव को गिरफ्तार किया था, वह उस समय पूरी तरह नशे में धुत था.

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