
बिहार में इन दिनों फोटो पॉलिटिक्स का दौर गरमाया हुआ है. एक दूसरे की तस्वीर दिखा कर चरित्र पर सवाल उठाये जा रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी का नाम जुड़ गया है. सुशील मोदी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सेल्फी विवाद को लेकर पहली बार नसीहत वाला बयान दिया है.
सुशील मोदी से जब इस प्रकरण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि महिला के साथ तेजस्वी की तस्वीर केवल सेल्फी नहीं, बल्कि एक अंतरंग फोटो है.
मोदी ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में ऐसी तस्वीरों से बचना चाहिये . भले ही वो इसे सेल्फी करार दे रहे हैं, लेकिन ये सेल्फी अंतरंगता को दर्शा रही है. तेजस्वी सार्वजनिक जीवन में अंतरंगता से बचें और अगर किसी से उनका प्रेम या अंतरंगता है तो उसे कहें. जब कोई फैन किसी के साथ सेल्फी खींचता हैं तो इस तरह नजदीक आकर खींचता है क्या?
उन्होंने कहा कि इस तरह की तस्वीरों से समाज में गलत मैसेज जाता है. उन्होंने कहा कि हम भी अपने सार्वजनिक जीवन में रोजाना फैन्स और महिला-पुरुष के साथ सेल्फी लेते हैं लेकिन ऐसी अंतरंगता कहीं नहीं दिखती.
बता दें कि तेजस्वी यादव ने उस फोटो पर कहा था कि जब वो आईपीएल खेला करते थे तबकी तस्वीर है. आईपीएल मैच की पार्टियों में महिला फैन्स खिलाड़ियों के साथ सेल्फी फोटो खिचवाती हैं. इसमें गलत क्या है.