
बिहार के 12वीं बोर्ड के आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. बिहार बोर्ड ने गणेश कुमार का रिजल्ट भी रोक दिया है. मीडिया टेस्ट में फेल हुए गणेश पर आरोप लगा है कि उन्होंने फर्जी तरीके से प्रवेश लिया था. पड़ताल में पता चला है कि गणेश कुमार ने 1990 में मैट्रिक की और 1992 में 12वीं की परीक्षा दी. 12वीं में वो द्वितीय श्रेणी पास हुए थे. 2017 में बिहार बोर्ड टॉप करने वाले गणेश के 1992 में 529 नंबर थे और उनके 58.78% अंक थे. इस साल आर्ट्स में टॉप करने वाले गणेश ने 92 में कॉमर्स संकाय से परीक्षा पास की थी.
टॉप करने के बाद दिए गए मीडिया इंटरव्यू में गणेश फेल हो गए. इसके बाद उनके दस्तावेजों की जांच की गई, तो उसके बैकग्राउंड के बारे में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं. पता लगा कि गणेश कुमार के दो बच्चे हैं. एक बच्चा पांचवी क्लास में पढ़ता है और दूसरा तीसरी क्लास में पढ़ता है. दस्तावेजों के मुताबिक गणेश कुमार ने 1990 में मैट्रिक की परीक्षा दी थी और जिसके बाद 2017 में इंटर की परीक्षा दी. जांच में पता चला है कि गणेश कुमार ने गलत जन्म प्रमाण पत्र देकर दाखिला लिया था.
ऐसे 42 से 24 साल के हो गए गणेश
1990 में मैट्रिक का एग्जाम देने वाले गणेश ने 27 साल बाद 24 साल उम्र दिखाकर 12वीं की परीक्षा दी. जबकि जांच में सामने आया है कि अभी उनकी उम्र 42 साल है. 1990 में गणेश कुमार का सही नाम गणेश राम था. पिता का नाम शंकर नाथ राम है. उनकी जन्मतिथि 7 नवंबर, 1975 है. गणेश कुमार ने 1990 में मैट्रिक की परीक्षा सी आर एस स्कूल सरिया गिरिडीह (जो अब झारखंड) में है से दी थी. इसके 25 साल बाद 2015 में गणेश राम ने अपना नाम और जन्मतिथि बदल ली. गणेश ने 2015 में अपनी जन्मतिथि 2 जून 1993 दिखाकर बिहार के समस्तीपुर से मैट्रिक की परीक्षा दी.