
बिहार सरकार की नई खनिज नियमावली और पथ परिवहन तथा सुरक्षा विधेयक का विरोध करते हुए राज्य के सभी मालवाहक वाहन 15 नवंबर की रात 12 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.
इस दौरान राज्य में रजिस्टर 1 लाख 30 हजार ट्रक और 50 हजार बड़े मालवाहक वाहनों का परिचालन पूरी तरीके से ठप रहेगा. राज्य सरकार के इस नए नियमावली का विरोध करते हुए बिहार राज्य मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन और अन्य संगठनों ने इस चक्का जाम का आह्वान किया है.
बिहार मोटर्स ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की नियमावली के तहत मालवाहक वाहनों को दूसरे राज्यों से खनिज संपदा लाने पर रोक लगा दी गई है. उदय शंकर सिंह ने बताया कि बालू खनन पर पूरे तरीके से राज्य सरकार की रोक लगा देने के बाद परिवहन उद्योग का धंधा पूरी तरीके से चौपट हो चुका है. ऐसे में दूसरे राज्यों से खनिज संपदा बिहार लाने पर भी रोक लगाने का फैसला दमनकारी है.
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि नई खनिज नियमावली के अलावा परमिट शुल्क, सेवा शुल्क तथा लाइसेंस शुल्क में हुई भारी बढ़ोतरी से भी ट्रांसपोर्टरों का धंधा चौपट हो गया है. अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के परिवहन मंत्री को ज्ञापन सौंपा है.