
उत्तर प्रदेश में नाव पर प्रसव की घटना के बाद बिहार के वैशाली में भी बीच गंगा में नाव पर डिलीवरी की घटना सामने आई है. प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों ठीक है. सबसे अहम बात एनडीआरएफ के जवानों ने इसमें अहम भूमिका निभाई और उनके सहयोग से ही गर्भवती महिला की जान बचाई जा सकी.
ये घटना वैशाली जिले के महनार की है. वीरपुर गांव की रोशनी कुमारी गर्भवती थी. बाढ़ के विकराल रुप के कारण रोशनी का पूरा परिवार वीरपुर गांव में फंसा हुआ था. गांव से निकलने का कोई उपाय ही नहीं दिखा रहा था, इसी बीच रोशनी को प्रसव पीड़ा शुरु हो गई. एनडीआरएफ के जवान तभी वीरपुर गांव पहुंचे थे. रोशनी के परिवार वालों ने एनडीआरएफ के जवानों को अपनी व्यथा सुनाई. फिर क्या था एनडीआरएफ के जवानों ने रोशनी और उसके परिवार वालों को नाव पर सवार किया और शहर की ओर चल दिए.
रास्ते में ही रोशनी की पीड़ा और बढ़ गई जो कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी. रोशनी के परिवार वालों ने उसे कपड़े से ढक दिया और फिर रोशनी ने नाव पर एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद रोशनी के परिवार वालों ने राहत की सांस ली. एनडीआरएफ के जवानों ने रोशनी और उसके पूरे परिवार को अस्पताल पहुंचाया जहां रोशनी और उसके बच्चे की देखभाल की जा रही है. रोशनी के पति सूरज पटेल ने एनडीआरएफ के जवानों को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हीं की वजह से आज उसके घर में बच्चे की किलकारी सुनाई दी.