
केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के साथ भारत बंद के दौरान हुई बदसलूकी के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. 10 अप्रैल को आरक्षण के विरोध में कथित सोशल मीडिया के भारत बंद के दौरान वैशाली में केन्द्रीय मंत्री के काफिले को रोका गया और उनसे बदसलूकी की गई थी.
आंदोलनकारियों ने केवल 5 से 7 मिनट तक ही मंत्री के काफिले को रोका, लेकिन इस दौरान उन्हें अपनी गाड़ी से उतरकर लोगों की बात सुननी पड़ी. इस घटना का वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर 50 से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है.
मंत्री का काफिला हाजीपुर से महुआ रोड पर जा रहा था, लेकिन जगह-जगह बंद होने के कारण वो गांव के रास्ते से निकल रहे थे. वहां भी आंदोलनकारियों ने रास्ता जामकर दिया था. वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने 8 लोगों की पहचान कर ली है.
इसके आधार पर हुई पहचान के बाद पुलिस ने सुमित मिश्रा नाम के युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. उपेन्द्र कुशवाहा ने उस समय लोगों को कहा था कि मुझे रोकने से क्या फायदा होगा.
इसके बाद पटना में उपेन्द्र कुशवाहा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था आरक्षण का विरोध करना घातक होगा. इस मामले में गिरफ्तार सुमीत मिश्रा नामक व्यक्ति ने बताया कि तीन चार दिन पहले ही वो मुम्बई से आया था. उसने कहा कि गांव के लोगों ने मंत्री का काफिला रोका था.
इस घटना के विरोध में राष्ट्रीय समता पार्टी ने हर जिले में आक्रोश मार्च निकाला है. बताते चलें कि आरक्षण के विरोध में 10 अप्रैल को भारत बंद बुलाया गया था. इस दौरान सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन बिहार में ही किया गया था. इससे पहले आरक्षण के समर्थन में हिंसक प्रदर्शन हुआ था.