
भले ही दिल्ली में एक रात दो-दो एनकाउंटर कर पुलिस राजधानी में झपटमारों पर काबू करने के दावे कर रही हो, लेकिन दिल्ली में बढ़ते अपराधियो को देखकर नहीं लगता कि उन्हें पुलिस का खौफ है. दिल्ली में बढ़ते अपराध का आलम ये है कि अब झपटमार अधिकारियों को अपना शिकार बनाने से नहीं कतरा रहे.
ताजा वारदात कमला नगर इलाके की है, जहां बाइक सवार बदमाशों ने तीस हजारी कोर्ट के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट को भी नहीं छोड़ा. बदमाश मजिसट्रेट का फोन लूटकर कर फरार हो गए. मजिस्ट्रेट अपने परिवार के साथ डिनर के लिए कमला नगर गए थे. डिनर के बाद मजिस्ट्रेट फोन पर बात कर रहे थे, उसी दौरान झपटमार उनका फोन छीन कर फरार हो गए.
फिलहाल मजिस्ट्रेट की शिकायत के बाद पुलिस का दावा कि जल्द से जल्द झपटमारों की गिरफ्तार कर लिया जाएगा. लेकिन दिल्ली से आए दिन स्नैचिंग की खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं जिन्हें देखकर ये सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि क्या वाकई ये देश की राजधानी दिल्ली है?
ऐसा नहीं है कि पुलिस कुछ भी नहीं करती. पुलिस हर साल करीब 55 फीसदी मामलों को सुलझा लेती है. लेकिन सवाल ये उठता है कि पुलिस ने अपना रिकॉर्ड सुधारने के लिए क्या कोई नई पहल की है. क्या अपराधियों पर काबू पाने के लिए उसे नया तरीका खोजने की जरूरत है?