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सरदार पटेल के गांव पहुंचे अमित शाह, 'गुजरात गौरव यात्रा' को दिखाई हरी झंडी

यात्रा 1 अक्टूबर से शुरु होकर 15 अक्टूबर तक चलेगी. इस दौरान कुल 138 जन सभाओं को संबोधित किया जाएगा. यात्रा के दो रूट होंगे.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह
जावेद अख़्तर/गोपी घांघर
  • गांधीनगर,
  • 01 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 1:42 PM IST

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात चुनाव का बिगुल बजा दिया है. रविवार को शाह आणंद जिले में सरदार पटेल के गांव करमसद पहुंचे और 'गुजरात गौरव यात्रा' को हरी झंडी दिखाई.

15 अक्टूबर तक चलेगी यात्रा

गुजरात गौरव यात्रा 1 अक्टूबर से शुरु होकर 15 अक्टूबर तक चलेगी. इस दौरान कुल 138 जन सभाओं को संबोधित किया जाएगा. यात्रा के दो रूट होंगे. इनमें से एक रूट को गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल लीड करेंगे, जबकि दूसरे रूट को गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतूभाई वघानी लीड करेंगे.

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इस यात्रा के दौरान कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रैलियों में हिस्सा लेंगे. साथ ही पार्टी के गुजरात प्रभारी भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे. इस यात्रा का समापन अहमदाबाद में होगा, जहां समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह हिस्सा लेंगे.

पाटीदारों ने की नारेबाजी

अमित शाह यहां जब स्पीच दे रहे थे, उसी दौरान पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के कुछ युवा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी. ये युवा 'जय सरदार' और 'जय पाटीदार' की नारेबाजी करने लगे. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें सभा से बाहर कर दिया.

इससे पहले अमित शाह ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. साथ ही सरदार पटेल के घर जाकर उन्हें वंदन किया.

मोदी ने शुरु की थी यात्रा

यह 'गुजरात गौरव यात्रा' का दूसरा चरण है. इसकी शुरुआत 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. मोदी ने साल 2002 के विधानसभा चुनाव से पहले इसी नाम से एक यात्रा निकाली थी. 2002 के दंगों को लेकर विभिन्न हलकों से अपनी सरकार की आलोचना का सामना करने पर मोदी ने यह यात्रा निकाली थी.

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बता दें कि गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. इस बार जहां मोदी गुजरात की राजनीति से प्रत्यक्ष तौर पर बाहर हैं, वहीं अमित शाह भी गुजरात विधानसभा से निकलकर राज्यसभा पहुंच गए हैं. दूसरी तरफ आरक्षण को लेकर पाटीदार समुदाय का विरोध बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. ऐसे में बीजेपी जीत के सिलसिले को बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत झोंकने के मूड में है.

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