
इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर वोट बैंक के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ममता बनर्जी वोट बैंक के लिए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का विरोध कर रही हैं.
इसके बाद उन्होंने ममता बनर्जी से सवाल किया कि घुसपैठिए बंगाल में बम विस्फोट करते हैं, लेकिन यहां जो शरणार्थी और हिंदू-मुसलमान हैं उनके मानवाधिकारों की रक्षा कौन करेगा? ये सवाल करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने वादा किया कि बंगाल के हिंदू-मुसलमान भाइयों की चिंता हम (बीजेपी कार्यकर्ता) करेंगे.
शाह ने साफ कहा कि बंगाल में बंग्लादेशी घुसपैठिए बम विस्फोट करते हैं. उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए बाहर करने की बात कही.
शरणार्थियों को रखना सरकार की जिम्मेदारी
अमित शाह ने ये भी कहा, 'जितने शरणार्थी हैं, मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन बिल में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हुए ईसाई, बौद्ध और हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान है.'
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी या राहुल गांधी की कोशिशों से एनआरसी की प्रकिया नहीं रुकेगी. उन्होंने कहा कि एनआरसी घुसपैठियों को भगाने के लिए है. असम में न्यायिक तरीके से इसे लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पहले घुसपैठियों का वोट कम्युनिस्ट पार्टियों को मिलता था तो ममता बनर्जी घुसपैठियों का विरोध करती थीं, लेकिन जब उन्हें इससे वोट मिलने लगे तो अब वह एनआरसी का विरोध कर रही है और उन्होंने पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बना दिया है.