
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्र सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों को 'वन रैंक, वन पेंशन' के जरिए ‘आर्थिक सुरक्षा’ उपलब्ध कराए जाने का स्वागत करते हुए इसे 'ऐतिहासिक फैसला' बताया और कहा कि नरेंद्र मोदी ने 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किए गए इस वादे को पूरा कर दिखाया है.
पूर्व सैनिकों की पेंशन को किया गया था कम
इस घोषणा की कांग्रेस द्वारा आलोचना किए जाने पर पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने तो 1970 के दशक में पूर्व सैनिकों की पेंशन को कम कर दिया था. उन्होंने पूर्व संप्रग सरकार द्वारा 'वन रैंक, वन पेंशन' के लिए 500 करोड़ रुपए आवंटित करने को भी पूर्व सैनिकों के साथ क्रूर मजाक बताया.
कांग्रेस ने पूर्व सैनिकों के साथ किया मजाक
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस पर प्रहार जारी रखते हुए कहा, ‘ 1973 में पूर्व सैनिकों की पेंशन को घटा दिया गया था और OROP की मांग तब से लटकी पड़ी थी. पिछली कांग्रेस सरकार ने अपने अंतिम समय में OROP के लिए 500 करोड़ रुपयों का आवंटन किया, जो पूर्व सैनिकों के साथ क्रूर मजाक था.’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से 9000 से 10,000 करोड़ रुपए तक का अतिरिक्त सालाना खर्च आएगा.
पूर्व सैनिकों की आपत्तियों पर साधी चुप्पी
शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने जो वादा किया था, उसे प्रधानमंत्री बन कर उन्होंने पूरा कर दिया रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा घोषित OROP फार्मूले पर पूर्व सैनिकों के एक वर्ग की आपत्तियों के बारे में हालांकि उन्होंने कुछ कहने से इंकार कर दिया.
इनपुट- भाषा