
झांसी। नागरिकता संशोधन कानून पर पूरे देश से भले ही विरोध की आवाजें आ रही हों, लेकिन बड़ी संख्या में मुस्लिम अल्पसंख्यक इस कानून पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के नाम समर्थन पत्र जारी कर रहे हैं. सीएए के विरोध में हुए हालिया प्रदर्शनों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इस धधकती आग को जागरुकता के पानी से शांत करने का जो प्लान बनाया है वह कई इलाकों में कारगर होता नजर आ रहा है. भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने अपने टॉप से लेकर बॉटम तक की टीम को बूथ स्तर तक झोंककर अल्पसंख्यकों को घर-घर जाकर न सिर्फ समझाने की जिम्मेदारी दी है, बल्कि उनसे वह हस्ताक्षर कराते हुए समर्थन पत्र भी प्राप्त कर रहे हैं. घर घर दस्तक देने का यह चरण 2 जनवरी से शुरू हुआ है. भाजपा कार्यकर्ता अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के बीच जाकर उन्हें सीएए की विस्तृत जानकारी देकर भ्रम को दूर कर रहे हैं. बीजेपी 5 जनवरी तक इस अभियान के तहत घर-घर दस्तक देगी.
तीन चरणों में बंटे इस अभियान के तहत भाजपा नेता जिला मुख्यालयों से लेकर गांव के बूथों तक प्रेस वार्ता और जागरुकता कार्यक्रमों में जुटी है. शीर्ष नेतृत्व ने प्रदेश के 1 लाख 61 हजार बूथों तक पहुंचकर एक-एक अल्पसंख्यक परिवार को जागरुक बनाने के प्लान पर काम शुरू कर दिया है. बुंदेलखंड के झांसी में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने इस अभियान की शुरूआत कर नागरिकता संशोधन कानून से किसी भी भारतीय को नुक्सान नहीं होने की तस्दीक की. उन्होंने इस कानून को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम में नहीं पड़ने को लेकर लोगों को सतर्क भी किया.
क्या है योजना?
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से एक कार्यकर्ता को सिर्फ एक बूथ पर पचास घरों तक ही पहुंचकर उनसे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के लिए समर्थन पत्र प्राप्त करने का लक्ष्य दिया है. बुंदेलखंड के लगभग सभी जिलों में बड़ी संख्या में मुस्लिम, जैन, ईसाई और सिख समाज के लोग रहते हैं. यहां भी कुछ जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिले थे.
उत्तर प्रदेश के मीडिया सहप्रभारी हिमांशु दुबे ने बुंदेलखंड में अल्पसंख्यकों के घरों तक नागरिकता कानून का पूरा ब्यौरा पहुंचाने के लिए सुबह और शाम दो पालियों में कार्यक्रम बनाया है. हिमांशु दुबे कहते हैं, नागरिकता कानून को लेकर किसी भी अल्पसंख्यक वर्ग में नफरत नहीं है, सिर्फ भ्रम है. इसके लिए हम सीधे घर-घर पहुंचकर परिवार के लोगों को समझा रहे हैं. हिमांशु कहते हैं कि इसका इतना उम्दा रिस्पान्स है कि मुस्लिम वर्ग के लोग हमें सर्द मौसम में चाय भी पिला रहे हैं और पार्टी की बात सुनकर दिए गए समर्थन पत्रक को भरकर साइन भी कर रहे हैं. भाजपा की ओर से जो फार्म लोगों को दिए जा रहे हैं उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून का जिक्र है.
ललितपुर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर घर-घर दस्तक देने पहुंच रहे भाजपा राष्ट्रीय प्रशिक्षण अभियान के उत्तर प्रदेश सह संयोजक धर्मेंद्र गोस्वामी कहते हैं, ललितपुर जिले में जैन समाज काफी संख्या में है और वह इस कानून से बेहद खुश है. जबकि, यहां बड़ी संख्या में रहने वाले मुस्लिम वर्ग के लोग भी नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष में हैं. भाजपा के इस अभियान के तहत प्रदेश पदाधिकारियों, सरकार के मंत्रियों से लेकर क्षेत्र, जिला, मंडल, वार्ड तथा बूथ स्तर के नेता बूथ स्तर तक जाकर लोगों को समझाते हुए कानून के बिंदुओं पर प्रकाशित पत्रक पहुंचाकर समर्थन पत्र प्राप्त कर रहे हैं.
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