
हनी ट्रैप केस में गिरफ्तार महिलाओं के खुलासों से मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है. अब बीजेपी की मध्य प्रदेश यूनिट ने इस केस की सीबीआई की जांच की मांग की है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी इस केस पर व्यापमं जैसे ही पर्दा डालना चाहती है.
बीजेपी की ओर से कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा जैसे दिग्गज नेताओं ने हनी ट्रैप केस की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. बता दें कि मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने केस की जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है. बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सरकार और इसकी एजेंसियां हर तरह का कीचड़ उछालने में लगी हैं. अगर केस की मुक्त और निष्पक्ष जांच करानी है तो इसे सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए.
वहीं विजयवर्गीय ने सोमवार शाम को कहा, ‘मामले की जांच ऐसी एजेंसी से कराई जानी चाहिए जो पक्षपाती ना हो.’
बीजेपी की ओर से सीबीआई जांच की मांग पर कांग्रेस का कहना है कि ये मांग व्यापमं जैसे ही इस केस पर लीपापोती के लिए की जा रही है. कांग्रेस पार्टी के मीडिया को-ऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने कहा, बीजेपी जांच को पटरी से उतारना चाहती है और व्यापमं की तरह केस को बंद कराना चाहती है. वो ये क्यों नहीं कह रहे दोषियों को सजा दी जानी चाहिए. वो सीबीआई जांच की मांग क्यों कर रहे हैं? हर कोई जानता है कि कौन सीबीआई को कंट्रोल करता है.
कांग्रेस सरकार ने केस की जांच के लिए आईजी स्तर के अधिकारी की अगुआई में एसआईटी बनाई है. बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस ने पांच महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया और उनके पास से ऐसी फुटेज मिली जिसे छुप कर फिल्माया गया था. इस फुटेज में कथित तौर पर कुछ रसूखदार लोगों को आपत्तिजनक हालत में बताया गया है. पुलिस ने पुष्टि की है कि इन महिलाओं की ओर से हनी ट्रैप में फंसाए गए कुछ नेताओं ने चुप रहने के लिए नकद रकम का भी भुगतान किया.