
भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पर 'तृणमूल कांग्रेस को चुनावी कानूनों का उल्लंघन करने देने' का आरोप लगाते हुए रविवार को चुनाव आयोग से उन्हें हटाने की मांग की.
बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कहा कि हमने चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को तत्काल हटाने की मांग की है. वह खुलेआम तृणमूल कांग्रेस को चुनावी कानूनों और आयोग के निर्देशों का उल्लंघन करने दे रहे हैं.
नौ सीटों पर चुनाव रद्द करवाने की मांग
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, राज्य सभा सदस्य भूपेंद्र यादव और पार्टी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा समेत बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को चुनाव आयोग के मुख्यालय में जाकर एक ज्ञापन सौंपा. बीजेपी ने बीरभूम जिले के नौ निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव रद्द करने की भी मांग की. इन सीटों पर रविवार को ही मतदान हुआ.
बीरभूम में अणुव्रत मंडल की गैरकानूनी हरकतें
ज्ञापन के मुताबिक चुनाव आयोग ने 14 अप्रैल की पश्चिम बंगाल की यात्रा के दौरान बीरभूम के तृणमूल जिला प्रमुख अणुव्रत मंडल को घर में नजरबंद करने का आदेश दिया था. मंडल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रोत्साहन पर चुनाव आयोग के आदेश का साफ उल्लंघन करते हुए अपने जिले के सभी नौ निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करते हुए आतंक फैलाने की अपनी गैरकानूनी गतिविधियां जारी रखीं.
मतदान शुरू होते ही गुंडागर्दी की खबरें
पश्चिम बंगाल की स्थिति की ओर चुनाव आयोग का ध्यान दिलाते हुए ज्ञापन में कहा गया कि रविवार सुबह मतदान शुरू होते ही मंडल और ममता बनर्जी के इशारे पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों की ओर से की गई हिंसा की खबरें मिलनी शुरू हो गईं. यह सप्ताह में दूसरा मौका है जब पश्चिम बंगाल चुनाव के मामले में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के पास गया है.