
गुजरात से कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार नारायणभाई रठवा के खिलाफ बीजेपी ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने कहा कि हमने आयोग को कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार नारायण भाई रठवा और स्वतंत्र उम्मीदवार पीके वलेरा के नॉमिनेशन फॉर्म भरने में हुई अनियमितता के बारे में जानकारी दी है. इसके साथ ही रठवा के हलफनामे में उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की कोई जानकारी नहीं है.
गोयल ने कहा, 'रठवा ने रेल मंत्रालय से कोई नो ड्यूज सर्टिफिकेट नहीं लिया है. दूसरा एक एनओसी उन्हें लोकसभा सचिवालय से तीन बजकर 35 मिनट पर जारी की गई है और रठवा ने 3 बजे के करीब अपना नॉमिनेशन फाइल किया है. ये कैसे संभव हो सकता है. हमें लगता है कि इस पूरे मामले में फ्रॉड हुआ है.'
उन्होंने कहा, 'हमने लोकसभा स्पीकर से मामले में जांच के लिए शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने इस मामले में दिल्ली पुलिस की भी मदद मांगी है.' बता दें कि बीजेपी नेता पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव और मुख्तार अब्बास नकवी ने चुनाव आयोग के दफ्तर जाकर मामले में शिकायत दर्ज कराई.
दूसरी ओर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. अहमद पटेल के चुनाव में भी ऐसे ही हथकंडे अपनाए थे, लेकिन असफल रहे. गुजरात में हमारे पास बहुमत दो सांसदों के जीतने का है. नारायण भाई रठवा का नामांकन बिल्कुल सही है.'
इससे पहले बीजेपी ने कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार के खिलाफ लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि रठवा ने संसद से जो नो ड्यूज सर्टिफिकेट लिया है, उसमें कुछ गड़बड़ी है.
बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने लोकसभा सचिवालय से जानकारी मांगी थी कि नारायणभाई रठवा को नो ड्यूज सर्टिफिकेट 12 मार्च 2018 को कब दिया गया था?
बीजेपी ने लोकसभा स्पीकर को शिकायत की हैं कि रठवा ने उससे पहले राज्यसभा उम्मीदवार के नॉमिनेशन पेपर भरे थे, जिसमें उन्होंने ये नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी लगाया था, जबकि नॉमिनेशन भरने का अंतिम समय 3 बजे तक था और लोकसभा सचिवालय के अनुसार सर्टिफिकेट 3 बजकर 35 मिनट पर दिया गया है.
बीजेपी ने शिकायत की हैं कि इसकी जाँच होनी चाहिए की ये सर्टिफिकेट नारायणभाई रठवा के पास पहले कहां से आया और कही उन्होंने नॉमिनेशन में फर्जी सर्टिफिकेट तो नहीं लगाता था. सूत्रों की माने तो लोकसभा स्पीकर ने इसकी जाँच के आदेश दे दिए हैं.