
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि वह विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में अपना एजेंडा लागू करवाएंगे. हाल ही में बीजेपी से हमजोली का ऐलान करने वाले मांझी ने शुक्रवार को 'आज तक' से एक्सक्लूसिव बात की.
वह बीजेपी को परोक्ष रूप से चेताने में भी नहीं हिचके. उन्होंने कहा, 'हमें विश्वास है कि हमारा सारा एजेंडा माना जाएगा. हमारे सिद्धांतों पर बीजेपी को चलना पड़ेगा, वरना जरूरी नहीं है कि हमारा साथ हमेशा कि लिए बना रहे.'
बीजेपी से गठबंधन पर उन्होंने कहा कि हमारी नीयत को बिहार की जनता जाती है और अच्छा काम करने के लिए किसी से सहारा लेने की जरूरत नहीं. प्रयोग के तौर पर हम ऐसा कर रहे हैं.
'NDA में जहां जो मजबूत होगा, उसे जिताएंगे'
जेडीयू से अलग होकर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा बनाने वाले मांझी ने सीटों के बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'हमारा मतलब सीट से नहीं है. अगर कहीं पर पासवान साहब ज्यादा सीट जीतने की स्थिति में होंगे तो हम उन्हें मदद करेंगे. जहां कुशवाहा जी अच्छी स्थिति में होंगे, हम मदद करेंगे और जहां हम जीतने की स्थिति में होंगे, हम चाहेंगे कि हमारा उम्मीदवार जीते.'
गठबंधन में आपकी पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी , इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'यह आपको नहीं बताएंगे. 16 को मीटिंग है उसमें तय करेंगे.' बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार का नाम घोषित किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी ऐसी कोई इच्छा नहीं है.
उन्होंने कहा, 'किसी भी स्थिति में अब हम विधायकों की अच्छी खासी संख्या में लेकर असेंबली जाएंगे. हम इस बार बनाए नहीं जा रहे हैं. हम अपनी ताकत के बल पर वहां जाने वाले हैं. मैं उन लोगों से लड़ने के लिए ताकत अर्जित कर रहा हूं.'
शाह से मुलाकात के बाद हुआ था गठबंधन का ऐलान
गौरतलब है कि मांझी ने नीतीश-लालू के 'अपवित्र' गठबंधन को शिकस्त देने के लिए शुक्रवार को बीजेपी से हाथ मिलाने का ऐलान किया था. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के बाद मांझी ने कहा, 'बिहार में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के बीच अपवित्र गठबंधन बना है. मैंने इस बारे में अमित शाह से बात की. हमें लालू और नीतीश को सत्ता में आने से रोकने के लिए साथ काम करना होगा.'
गौरतलब है कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद भी मांझी को अपने गठबंधन का हिस्सा बनाने की पैरवी कर रहे थे लेकिन मांझी ने साफ कर दिया था कि वह ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगे जिसमें उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने वाले नीतीश कुमार शामिल हों. मांझी ने कहा कि वह राज्य भर में घूमे हैं और वहां की जनता की आम राय है कि वे लालू-नीतीश गठबंधन से निजात पाना चाहते हैं.