
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर एलजी हाउस के बाहर स्याही फेंकी जाने की घटना के बाद आम आदमी पार्टी उपराज्यपाल नजीब जंग पर ही हमलावर हो गई. पार्टी का कहना है कि सिसोदिया पर इंक अटैक एलजी ने कराया है. दूसरी तरफ बीजेपी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं दिल्ली की जनता में गुस्से की निशानी है.
रविवार देर रात फिनलैंड दौरे से लौटने के बाद सिसोदिया सोमवार को दिल्ली में डेंगू-चिकनगुनिया के बढ़ते मामले पर उपराज्यपाल से मिलने के लिए पहुंचे थे. मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन पर एक शख्स ने स्याही फेंक दी.
'एसिड या हथियार भी हो सकता था'
इंक अटैक के बाद मनीष सिसोदिया मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां पार्टी के बड़े नेता पहले से ही मौजूद थे. सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम से मुलाकात के बाद पार्टी के नेता संजय सिंह ने आजतक से खास बातचीत करते हुए कहा, 'इंक की जगह एसिड भी हो सकता था, कोई हथियार भी हो सकता था. मेरा सवाल ये है कि जब इतनी इमरजेंसी में एलजी ने फैक्स भेजकर मनीष सिसोदिया को बुलाया था तो कुछ काम तो बताना चाहिए. मेरी जानकारी के मुताबिक पूरी मुलाकात में कोई काम मनीष सिसोदिया को नहीं दिया. क्या सिर्फ दर्शन करने के लिए बुलाया था? क्या मीडिया में हाइप क्रिएट करने के लिए फैक्स किया था एलजी ने?'
एलजी को बताया ड्रामेबाज
संजय सिंह ने एलजी को ड्रामेबाज बताते हुए कहा, 'चिकनगुनिया और डेंगू का प्रकोप है लेकिन मनीष सिसोदिया को कोई काम नहीं बताया. इसका मतलब ड्रामा करने के लिए एलजी अपने पद का इस्तेमाल कर रहे हैं.
स्याही वाला ड्रामा हो रहा है, फैक्स भेजने का ड्रामा हो रहा है. एलजी का घर भी सुरक्षित नहीं है. एलजी ने मीटिंग बुलाई और इंक फेंकने की घटना हुई तो संदेह होता है कि कहीं कोई साजिश तो नहीं है. हालांकि मेरे
पास कोई सबूत नहीं लेकिन शंका है.'
दूसरी तरफ बीजेपी के सांसद महेश गिरी ने कहा कि किसी पर हमला करना, स्याही फैंकना, जूता मारना या फिर थप्पड़ चलाना गलत है, लेकिन दिल्ली की जनता गुस्से में भी है और इस तरह की घटनाएं उसी गुस्से की निशानी हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के राज में जनता दुखी और परेशान है, इसी से आजिज आकर वो इस तरह के कदम उठा रही है.
कौन लेगा दिल्ली के फैसले
महेश गिरी ने कहा कि 'दिल्ली वाले चिकनगुनिया से परेशान है, लोगों की जान जा रही है, अस्पतालों में मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा और सरकार के अहम लोग दिल्ली से बाहर दौरा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री तो इलाज
कराने गए थे लेकिन उपमुख्यमंत्री भी उसी वक्त विदेश दौरे पर निकल गए. दिल्ली में फैसले कौन लेगा? जब बीमारी के हालात हों और पूरा शहर परेशान हो, तो कई अहम फैसले लेने पड़ते हैं, कौन लेगा फैसला, ये बड़ा
सवाल है? इसलिए लोग गुस्से में हैं और उनका गुस्सा कई तरह से बाहर आ रहा है.'
'सही तरह से काम नहीं कर रहे मंत्री'
महेश गिरी ने ये भी आरोप लगाया है कि दिल्ली के मंत्री सही तरीके से काम नहीं करते. उन्होंने कहा 'एलजी से मिलने गए, तो वक्त लेकर नहीं गए और मीडिया को बुला लिया, फिर कहते हैं गेट बंद है और एलजी मिलते नहीं. ये काम करने का सही तरीका नहीं है.'
'इंक फेंकने वाले पुराने सहयोगी'
वहीं दिल्ली बीजेपी ने भी एक बयान जारी कर इंक अटैक को लेकर आम आदमी पार्टी को ही कटघरे में खड़ा किया है. बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष सतीश उपाध्याय के मुताबिक ऐसा क्यों होता कि इंट अटैक करने वाला, जूता फैंकने वाला या ऐसी किसी गतिविधि में शामिल होने वाला इन्हीं का पूर्व सहयोगी क्यों होता है. उपाध्याय ने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया पर स्याही फैंका जाना इन्हीं के सताए लोगों का गुस्सा है.
'आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करती है सरकार'
बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के जरिए वो अपनी पार्टी के विस्तार का काम करने में तो परहेज नहीं करते, लेकिन बात जब दिल्ली के लोगों की सेवा की आती है या फिर दिल्ली के लोगों को सुविधाएं दिलाने की होती है, तो केंद्र का अडंगा भी आ जाता है और आरोप प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू कर देते हैं.