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जेपी नेता का बेतुका बयान, राशन की लाइन में भी मर सकते हैं लोग

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश के पार्टी प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे ने सोमवार को भोपाल में मीडिया से बात करते हुए अटपटा बयान दे दिया. जब उनसे नोट लेने के लिए लाइन में लगे व्यक्ति की मौत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोग तो राशन के लिए भी लाइन में लगने पर मर सकते हैं.

विनय सहस्त्रबुद्धे विनय सहस्त्रबुद्धे
सबा नाज़
  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 12:00 AM IST

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश के पार्टी प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे ने सोमवार को भोपाल में मीडिया से बात करते हुए अटपटा बयान दे दिया. जब उनसे नोट लेने के लिए लाइन में लगे व्यक्ति की मौत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोग तो राशन के लिए भी लाइन में लगने पर मर सकते हैं. हालांकि विनय सहस्त्रबुद्धे ने अगले ही क्षण खुद को सुधारा और कहा कि आगे से ऐसा न हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है.

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विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि जनता सत्याग्रही के रूप में थोड़ा कष्ट सहे. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे जनता की मदद करें. उन्होंने कहा कि लोग बहुत हड़बड़ी में हैं. लोग आराम से अपना काम करवायें.

पीएम मोदी के 8 नवंबर को देश भर में 500 और 1000 के नोट पर बैन के ऐलान के बाद इन नोटों को बदलने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारें लग रही हैं. घंटों लाइन में लगने से लोग परेशान हो रहे हैं. नोट बैन के बाद आई परेशानी से देश से कई मौतों की खबर भी आई है. गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश के सागर में एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी की बैंक में लाइन में लगे-लगे तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी. विनोद पांडे नाम के इस शख्स ने बैंक में ही दम तोड़ दिया था.

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भोपाल में बैंक कैशियर की मौत
भारतीय स्टेट बैंक के रतिबाद शाखा के 45 वर्षीय वरिष्ठ कैशियर को रविवार सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि पुरुषोत्तम व्यास को शाम के पांच बजे के आसपास सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हुई. इसके बाद व्यास को एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस के अनुसार संभवत: अस्पताल ले जाते समय व्यास ने दम तोड़ दिया. घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारी सी मेवाड़े ने कहा, 'हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.' पांच सौ और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों को अमान्य घोषित किये जाने के बाद सरकार के आदेश पर रविवार को बैंक खुले हुए थे.

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