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बीजेपी ने उड़ाया जेडीयू सरकार का मजाक, कार्टून में लालू ने थामी लाठी तो कदमों में झुके नीतीश

जेडीयू ने पद्रेश में सरकार की 9वीं सालगिरह पर मंगलवार को रिपोर्ट कार्ड जारी किया. जाहिर तौर पर पर रिपोर्ट में सरकार की सफलताओं का बखान था, वहीं बुधवार को सत्ता से दूर और दोस्ती की गांठ तोड़ बीजेपी ने कार्टून और व्यंग्य के जरिए सरकार की धज्ज‍ियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पार्टी की ओर से जारी बुकलेट में नीतीश कुमार और मांझी सरकार का हरदम मजाक उड़ाया गया है. यहां तक कि कवर पेज पर नीतीश को लाठी थामे लालू के चरणों में दिखाया गया है.

बीजेपी की बुकलेट का कवरपेज बीजेपी की बुकलेट का कवरपेज
aajtak.in
  • पटना,
  • 26 नवंबर 2014,
  • अपडेटेड 6:50 PM IST

जेडीयू ने पद्रेश में सरकार की 9वीं सालगिरह पर मंगलवार को रिपोर्ट कार्ड जारी किया. जाहिर तौर पर पर रिपोर्ट में सरकार की सफलताओं का बखान था, वहीं बुधवार को सत्ता से दूर और दोस्ती की गांठ तोड़ बीजेपी ने कार्टून और व्यंग्य के जरिए सरकार की धज्ज‍ियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पार्टी की ओर से जारी बुकलेट में नीतीश कुमार और मांझी सरकार का हरदम मजाक उड़ाया गया है. यहां तक कि कवर पेज पर नीतीश को लाठी थामे लालू के चरणों में दिखाया गया है.

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बीजेपी ने नीतीश और लालू के इस कार्टून को टैगलाइन भी दिया है. महागठबंधन को 'जंगलराज-2 का आगाज' बताते हुए कहा गया है कि नीतीश और मांझी की लड़ाई में विकास का बंटाधार हो गया है. दिलचस्प यह है कि बीजेपी ने बुकलेट में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बजाय नीतीश कुमार पर ज्यादा हमले किए हैं. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने उन संभावनाओं को खारिज भी किया है कि सीएम मांझी टकराव के कारण नीतीश कुमार से अलग होकर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. मोदी ने कहा, 'दोनो में गंभीर मतभेद हैं, लेकिन मांझी कभी भी नीतीश को नहीं छोड़ सकते.'

बीजेपी नेता नंदकिशोर यादव कहते हैं कि नीतीश कुमार को लालू प्रसाद के जंगलराज के खि‍लाफ जीत मि‍ली थी, लेकिन नीतीश ने सत्ता के लिए लालू प्रसाद से समझौता किया. यही कारण है कि बीजेपी ने इसे 'जंगलराज-2' का नाम दिया है.

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रिमोट से बाहर चले जाते हैं मांझी
बुकलेट के जरिए बीजेपी का आरोप है कि मांझी सरकार विकास के मामले में पूरी तरह विफल हो चुकी है. सरकार काम से ज्यादा विवादों के कारण सुर्खि‍यों में रहती है. सीएम मांझी को न तो अफसर गंभीरता से लेते हैं और न ही मंत्री. पार्टी का कहना है कि प्रदेश में सत्ता के दो केंद्र बन गए हैं. नीतीश और मांझी के बीच वफादारी बंट चुकी है. पूरी नौकरशाही और मंत्री नीतीश के वफादार हैं और यही दोनों के बीच की लड़ाई की वजह है. बीजेपी ने कहा कि बिहार में 'रिमोट की सरकार' है, लेकिन मांझी कभी-कभी रिमोट से बाहर चले जाते हैं.

रिपोर्ट कार्ड में अपराध की चर्चा क्यों नहीं
बीजेपी के मुताबिक मांझी सरकार के रिपोर्ट कार्ड में अपराध के आंकड़ों की कोई चर्चा नहीं है. अपराध पर चुप्पी की असल वजह यह है कि पिछले डेढ़ वर्षों में अपराध में बेतहासा बढ़ोतरी हुई है और अपराध ने 2005 का रिकार्ड तोड़ दिया है. बुकलेट के जरिए बीजेपी ने मांझी सरकार से कई सवाल भी किए हैं. इनमें गांधी मैदान हादसे की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने, सीएम के म‍ंदिर प्रकरण की जांच रिपोर्ट शामिल है.

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