
उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की नरैनी सीट से बीजेपी विधायक के प्रतिनिधि और उनके बेटे दो नाबालिग छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और मारपीट के मामले में फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी को लेकर चल रहे कमोबेश के बीच मंगलवार को विधायक का जनसंपर्क कार्यालय बंद कर दिया गया. नरैनी से बीजेपी विधायक राजकरन कबीर के बांदा रोड स्थित जनसंपर्क कार्यालय में उनके प्रतिनिधि नंदकिशोर ब्रह्मचारी के अलावा मुख्य सेवादार भोला प्रसाद बसराही, बाबू जी और रसोइया रामचरन तैनात थे.
इन्हीं सेवादारों पर संघ, पार्टी पदाधिकारियों और अन्य जनप्रतिनिधियों की खातिरदारी का जिम्मा था, कार्यालय में विधायक तो बहुत कम हाजिर रहते थे। . पिछले 23 सितंबर को विधायक के प्रतिनिधि और उनके बेटे राहुल के खिलाफ दो ब्राह्मण नाबालिग छात्राओं से छेड़छाड़ करने और उनके घर में घुसकर मारपीट करने के मामले में अदालत में पीड़ित पक्ष का बयान दर्ज होने से पुलिस हरकत में आई. गिरफ्तारी से घबराकर प्रतिनिधि अपने बेटे सहित फरार हो गए.
कार्यालय में तैनात सेवादारों से पुलिस अब तक कई बार पूछताछ कर चुकी है. मुख्य सेवादार भोला प्रसाद ने बताया कि पुलिस उन्हें बार-बार परेशान कर रही है, मामले में दर्ज चार अज्ञात आरोपियों के नाम पर फंसाने की धमकी दे रही है. पुलिस के ही भय से विधायक ने मंगलवार से जनसंपर्क कार्यालय बंद करवा दिया है. उपनिरीक्षक रामआसरे त्रिपाठी ने बताया कि विधायक कार्यालय में तैनात कर्मचारियों को परेशान नहीं किया गया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई है.
उन्होंने बताया कि विधायक प्रतिनिधि नंदकिशोर ब्रह्मचारी और उनका बेटा राहुल कई दिनों से फरार हैं. दोनों नामजदों की गिरफ्तारी के लिए संभावित जगहों पर दबिश दी जा रही है. पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों के बयान संबंधित अदालत में सीआरपीसी की धारा-164 के तहत दर्ज कराए जा चुके हैं. यदि गिरफ्तारी संभव नहीं हुई तो शीघ्र ही अदालत से कुर्की का आदेश हासिल किया जाएगा. गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर ब्राह्मण समाज का जबरदस्त दबाव है.
इस मामले में लामबंद हो चुके ब्राह्मण समाज का मानना है कि भाजपा नेतृत्व पीड़िताओं की वाजिब मदद नहीं कर रहा और न ही विधायक पर आरोपी को प्रतिनिधि पद से हटाने का दबाव बना रहा है, जिससे विधायक के दबाव में पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश में लगी है. ब्राह्मण समाज के नेता रामसेवक शुक्ला का आरोप है कि पुलिस भाजपा विधायक के दबाव में आकर मामले में पुलिस अंतिम रिपोर्ट (एफआर) लगाने का तानाबाना बुन रही है.
उन्होंने पुलिस को चेतावनी दी कि समूचे जिले के ब्राह्मण आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी न होने पर पुलिस अधीक्षक और डीआईजी का घेराव करेंगे. बुदेलखंड में इस समय महिलाओं की लड़ाई लड़ने में आगे 'नारी इंसाफ सेना' ने भी मामले में वांछितों की गिरफ्तारी की मांग उठाई है. इस संगठन की अध्यक्ष वर्षा भारतीय ने जारी बयान में कहा कि बीजेपी विधायक का प्रतिनिधि मासूमों से छेड़छाड़ करता है और विधायक चुप्पी साधे हुए हैं.