
बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू के नाम का ऐलान किया है. सोमवार शाम बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में नायडू के नाम पर मुहर लगाई गई.
क्या बोले अमित शाह?
बैठक के बाद बीजेपीअध्यक्ष अमित शाह ने बताया कि पार्लियामेंट्री बोर्ड के सभी सदस्यों और सहयोगी दलों से चर्चा करने के बाद वेंकैया नाडयू जी को उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाने का निर्णय किया गया. उन्होंने कहा कि नायडू जी 1970 से सार्वजनिक जीवन में रहे हैं. वो जेपी आंदोलन में दक्षिण के एक प्रमुख नेता रहे. नायडू जी देश के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. अमित शाह ने ये भी बताया कि वेंकैया जी बचपन से ही बीजेपी के साथ जुड़े रहे हैं. एनडीए के सभी साथी दलों ने वेंकैया जी के नाम का स्वागत किया है. मंगलवार को नायडू जी नामांकन दाखिल करेंगे.
वहीं पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक से पहले नायडू ने कहा था कि पार्टी जो निर्णय करेगी वो उन्हें मंजूर होगा. हालांकि नायडू के अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव और पश्चिम बंगाल के गवर्नर केसरी नाथ त्रिपाठी का नाम भी चर्चा में चल रहा था.
हालांकि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन कर रही जेडीयू उपराष्ट्रपति के लिए यूपीए के उम्मीदवार के पक्ष में है. दूसरी ओर कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी को अपना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. गोपाल कृष्ण गांधी ने रविवार को राजनीतिक पार्टियों के सदस्यों से मुलाकात की और अपने लिए समर्थन मांगा था.
संघ के विचारों को आगे लेकर जाएंगे नायडू: पीयूष गोयल
बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद मोदी और अमित शाह ने वेंकैया नायडू को एनडीए का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. ये हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए खुशी की बात है. वेंकैया नायडू देश के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं जो देश के सभी राज्यों में ट्रैवल करते रहे हैं. उन्हें किसी की पहचान की जरूरत नहीं है. वेंकैया नायडू जी एक गरीब किसान परिवार से आते हैं. जिस तरह का उनका व्यक्तिव है और उनके देश की सभी पार्टी में संबंध है. उससे लगता है कि उनके राज्य सभा के chairman बनने के बाद राज्यसभा की गरिमा और बढ़ेगी. वो सदन में सबको साथ लेकर चलेंगे. उनके लंबे संसदीय अनुभव का सदन को फायदा मिलेगा."
इसके अलावा उन्होंने कहा, "हमने उन्हें इसलिए उम्मीदवार इसलिए नहीं बनाया है दक्षिण भारत में पार्टी मज़बूत होगी. दक्षिण भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री मोदी जी हैं और अमित शाह भी दक्षिण भारत में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. वेंकैया नायडू ही नहीं हम सब आरएसएस स्वयंसवेक हैं. संघ की शिक्षा में से हम सब निकले हैं. लेकिन वो संवैधानिक पद होने के कारण संघ से तो नहीं जुड़े रहेंगे. मुझे लगता है कि वो संघ के विचारों को आगे लेकर जाएंगे."