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जम्मू-कश्मीर में बनेगी BJP-पीडीपी की सरकार, मोहम्मद मुफ्ती सईद बनेंगे मुख्यमंत्री

जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर चल रही सियासी रस्साकशी अब खत्म हो गई है. मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की मुलाकात के बाद दोनों ही पार्टियां जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर राजी हो गईं हैं. खबरों के मुताबिक मुफ्ती सईद प्रदेश के नए सीएम होंगे, जबकि बीजेपी के पास डिप्टी-सीएम का पद रहेगा. बुधवार को मुफ्ती मोहम्मद सईद भी प्रधानमंत्री नरेंद मोदी से मुलाकात करेंगे.

महबूबा मुफ्ती और अमित शाह महबूबा मुफ्ती और अमित शाह
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 फरवरी 2015,
  • अपडेटेड 12:06 PM IST

जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर चल रही सियासी रस्साकशी अब खत्म हो गई है. मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की मुलाकात के बाद दोनों ही पार्टियां जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर राजी हो गईं हैं. खबरों के मुताबिक मुफ्ती सईद प्रदेश के नए सीएम होंगे, जबकि बीजेपी के पास डिप्टी-सीएम का पद रहेगा. बुधवार को मुफ्ती मोहम्मद सईद भी प्रधानमंत्री नरेंद मोदी से मुलाकात करेंगे.

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मुलाकात खत्म होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पीडीपी और बीजेपी में बातचीत के बाद एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत सहमति हो गई है. जल्द ही जम्मू-कश्मीर में लोकप्रिय सरकार का गठन होगा. जबकि महबूबा मुफ्ती ने अमित शाह के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों को ध्यान में रखकर ही दोनों पार्टियों ने ये कदम उठाया है. महबूबा ने कहा, 'ये सरकार सिर्फ पावर शेयरिंग के लिए नहीं बल्कि ये सरकार राज्य के लोगों के दिल को जीतने के लिए काम करेगी.'

महबूबा ने आगे कहा कि गठबंधन का फैसला नेशनल इंटरेस्ट में लिया गया है. यह सरकार भ्रष्टाचार के खि‍लाफ और प्रदेश में शांति स्थापित करने का काम करेगी.

गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी स्पष्ट कर दिया था कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही सरकार का गठन हो जाएगा. बीते दिनों दोनों पार्टियों के बीच आख‍िरी दौर की बातचीत चल रही थी और बीजेपी नेताओं ने इस अहम वार्ता की जानकारी राज्यपाल एनएन वोहरा को भी दी थी.

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जम्मू-कश्मीर में 87 विधानसभा सीटों के लिए नवंबर-दिसंबर में हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. इसके बाद सरकार गठन को लेकर संकट खड़ा हो गया. सरकार न बनने की स्थ‍िति में 9 जनवरी से राज्य में राज्यपाल शासन लागू हो गया. जम्मू-कश्मीर संविधान की धारा-92 के तहत छह माह के लिए राज्यपाल शासन लागू कर दिया.

चुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई. बीजेपी 25 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीतीं.

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