
लोकसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल के बाद से ही विपक्ष ईवीएम को लेकर भाजपा पर हमलावर है. विपक्ष की मांग है कि VVPAT की कम से 50 प्रतिशत पर्चियों का मिलान किया जाए. चुनाव आयोग द्वारा इस मांग को ठुकराने के बाद एक तरफ बीजेपी में जोश बढ़ गया है. दूसरी तरफ विपक्ष ने इस पर हमले और तेज कर दिए हैं.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्ष पर लोकतंत्र की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है. अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, "EVM का विरोध देश की जनता के जनादेश का अनादर है. हार से बौखलाई यह 22 पार्टियां देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवालिया निशान उठा कर विश्व में देश और अपने लोकतंत्र की छवि को धूमिल कर रही हैं."
अमित शाह ने कहा, "मैं इन सभी पार्टियों से कुछ प्रश्न पूछना चाहता हूं." इसके बाद शाह ने विपक्ष से 6 सवाल पूछते हुए लगातार कई ट्वीट किए.
बता दें कि विपक्ष की मांग है कि अगर किसी बूथ पर वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान सही नहीं मिलता तो उस विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों की वीवीपीएटी पर्चियों की गिनती की जाए और उनका मिलान ईवीएम के नतीजों से किया जाए. चुनाव आयोग ने बुधवार को लंबी बैठक कर वीवीपैट पर्चियों की गिनती की प्रक्रिया से करने से इंकार कर दिया है.
आयोग ने कहा, जो पहले से तय है, उसी अनुरूप में पर्चियों का मिलान होगा. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट भी पर्चियों के मिलान का प्रतिशत बढ़ाने वाली मांग की याचिका खारिज कर चुका है.