
राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार और उपराज्यपाल के बीच चल रही खींचतान अभी भी थमी नहीं है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत AAP के कई बड़े नेता गवर्नर हाउस में धरना दे रहे हैं. अब बीजेपी ने भी केजरीवाल के धरने का जवाब उन्हीं के अंदाज में दिया है.
बीजेपी के नेता बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में धरने पर बैठे. दिल्ली बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि केजरीवाल को नौटंकी बंद करनी चाहिए और काम पर वापस आना चाहिए.
उन्होंने लिखा कि जब तक दिल्ली सीएम वापस आकर जनता को पानी नहीं देंगे, हम सीएम ऑफिस में धरने पर बैठें हैं. बीजेपी नेताओं के साथ आप से निलंबित विधायक कपिल मिश्रा भी सीएम हाउस में मौजूद हैं. दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि हम लोग यहां 3 मुख्य मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं.
पहली - केजरीवाल LG हाउस में अपना धरना खत्म करें
दूसरी - केजरीवाल अपने काम पर वापस लौटे
तीसरी - दिल्ली की जनता की पानी की समस्या को खत्म किया जाए
दिल्ली सचिवालय में धरने पर बैठे बीजेपी विधायकों पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी विधायकों को अपने नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकारी नेता एलजी अनिल बैजल से अनुरोध करने चाहिए कि अधिकारियों का गतिरोध खत्म होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि पानी का संकट निपटाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को काम पर लौटने की जरुरत है. लेकिन हड़ताल के ज़रिए राजनीतिक नेता नरेंद्र मोदी और सरकारी नेता अनिल बैजल ने पानी का संकट उत्पन्न करवाया है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले करीब 40 घंटों से अपनी मांग पूरी न होने का दावा करते हुए उपराज्यपाल के दफ्तर में धरने पर बैठे हुए हैं. उनके साथ तीन मंत्री भी हैं. जिनमें से सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है.
इस बीच, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल की केंद्रीय गृह सचिव के साथ मुलाकात टल गई है. दोपहर में ये मुलाकात होनी थी.
तीन दिनों से धरने पर सीएम
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों के साथ सोमवार शाम 5.30 बजे उपराज्यपाल से मिलने पहुंचे थे और मांगें पूरी न होने पर उसके बाद से वह अपने मंत्रियों के साथ एलजी दफ्तर में धरने पर बैठे हुए हैं. मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भूख हड़ताल शुरू की थी. जिसके बाद आज मनीष सिसोदिया ने भी अनशन का ऐलान कर दिया है.
ये हैं AAP की 3 मांगें
- एलजी खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं.
- काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें.
- राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें.
अरविंद केजरीवाल और उनके नेता लगातार ट्वीट कर उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने की गुहार कर रहे हैं और अपनी मांगें पूरी करने की अपील कर रहे हैं. बावजूद इसके अभी तक एलजी ने अभी तक इस मसले पर कोई कदम नहीं उठाया है.