
मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले किसानों का दो लाख तक का कर्ज माफी का ऐलान कर चुकी कांग्रेस सरकार के इस वादे को बीजेपी धोखा बता रही है. पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार से इधर-उधर की बात छोड़ कर सीधे किसानों के खाते में पैसा डालने की बात कही है.
बीजेपी का कहना है कि अनुपूरक बजट में महज पांच हजार करोड़ रुपए किसानों के लिए रखा गया है. जबकि, कर्ज माफी के लिए सरकार को कम-से-कम 50 हजार करोड़ रुपए रखा जाना चाहिए था.
गुरुवार को विधानसभा में बीजेपी ने कांग्रेस से पूछा कि 10 दिनों में किसानों का कर्ज माफ क्यों नही हुआ? पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब तो 25 दिन हो गए हैं, लेकिन प्रदेश के किसानों का एक रुपया भी कर्ज माफ नही हुआ है.
शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में 50 लाख से ज्यादा किसानों का कर्जा माफ होना है. जिसमें करीब 50 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे, लेकिन अनुपूरक बजट में सिर्फ 5 हजार करोड़ का बजट रखा गया है. शिवराज ने कहा कि उनकी सरकार ने साल 2018 में इससे ज्यादा यानी 5,200 करोड़ रुपये फसल बीमा योजना के रूप में बांट दिए थे.
शिवराज ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ उठाने के लिए इसका प्रचार ज्यादा हो रहा है. जबकि, कर्ज किन किसानों का कब माफ होगा, इसकी कोई जानकारी नहीं है.
पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार अलग-अलग रंगों के फॉर्म भरवाने जा रही है, जो कि पूरी प्रक्रिया को जटिल बनाएगा और किसानों के कर्जमाफी में देरी होगी. इसलिए बैंकों से कर्ज ले चुके किसानों की जानकारी लेकर इधर-उधर की बात छोड़ किसानों के खाते में सीधे पैसा डाला जाना चाहिए.
हालांकि सीएम कमलनाथ का कहना है कि किसानों का कर्ज माफ होगा और आगामी एक महीने में किसानों को कर्ज से राहत मिल जाएगी. कमलनाथ ने कहा कि 15 जनवरी से किसानों को कर्ज माफी का आवेदन देना शुरू कर दिया जाएगा और 22 फरवरी से पैसा उनके खाते में डालना शुरू कर दिया जाएगा.
कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की माने तो बीजेपी महज अफवाह फैलाने का काम करती है. किसानों का कर्ज क्रमवार माफ किया जाएगा और इसमें जितना खर्च आएगा उस हिसाब से बजट में दिया जाएगा.