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कश्मीर में सुरक्षा के लिए सरकार कर दी कुर्बानः रविशंकर प्रसाद

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने की कोशिश कर रहे थें इस बीच दो सीटों वाली सज्जाद लोन की पार्टी ने भी बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने की कोशिश की लेकिन ऐन वक्त पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा विधानसभा भंग करना सबको चौंका गया.

पंचायत आजतक के मंच पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (फोटो-आजतक) पंचायत आजतक के मंच पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (फोटो-आजतक)
विवेक पाठक
  • जयपुर,
  • 29 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:51 PM IST

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग होने के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बयान को लेकर काफी विवाद खड़ा हुआ. पंचायत आजतक के मंच से राज्यपाल के सवाल पर जवाब देने से इनकार करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बीजेपी ने कश्मीर में सुरक्षा के लिए सरकार कुर्बान कर दी.

कश्मीर के सियासी हालात पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है इसलिए सत्यपाल मलिक के बयान पर वो कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. लेकिन एक बात जरूर कहना चाहेंगे कि सरकार कश्मीर में जो पहला काम कर रही है वो आतंकवाद का सफाया है. सिर्फ इसी साल साल 235 आंतकवादी मारे गए हैं. घाटी में ज्यादातर स्थानीय आतंकी मार दिए गए हैं और जो बचे हैं वो पाकिस्तान के हैं.

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उन्होंने कहा कि कश्मीर के युवाओं को सरकार मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रही है. लेकिन कश्मीर के लोग आईएएस में टॉप कर रहे हैं, सेना और पुलिस में भर्ती में हो रहे हैं.

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में बीजेपी ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया था, जिसके बाद वहां राज्यपाल शासन लागू है. राज्यपाल शासन की मियाद पूरी होने जा रही थी, जिसके मद्देनजर राज्य में सरकार बनाने को लेकर जोड़-तोड़ चल रही थी. इसी के मद्देनजर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग करने का फैसला किया.

लेकिन एक कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार की ओर इशारे करते हुए कहा है कि दिल्ली सज्जाद लोन को मुख्यमंत्री बनवाना चाहती थी. अगर वो ऐसा करते तो ये बेईमानी होती. मलिक के इसी बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था.

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