
अरविंद केजरीवाल को पंजाब का सीएम बनाने वाला मनीष सिसोदिया का बयान मीडिया में आते ही मानो बीजेपी का इंतज़ार खत्म हो गया. बीजेपी नेता अरविंद केजरीवाल को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि सिसोदिया के बयान से साफ हो गया है कि केजरीवाल की असल मंशा क्या है. तिवारी ने कहा कि दिल्ली चुनाव से पहले केजरीवाल और उनकी पार्टी गाना गा रही थी कि पांच साल केजरीवाल और अब दो साल में ही केजरीवाल भाग खड़े हुए.
बीजेपी केजरीवाल को पहले ही दिल्ली में सरकार में नाकामी के मुद्दे पर घेरने की कोशिश में जुटी हुई है और भ्रष्टाचार जैसे मामलों पर केजरीवाल सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रही है. सोमवार को ही बीजेपी ने बड़े नेताओं और सांसदों के साथ केजरीवाल के घर पर हल्ला बोला था और मंत्री सत्येंद्र जैन का हवाला मामले में नाम आने पर इस्तीफा मांगा था.
दिल्ली में एमसीडी सफाई कर्मचारियों की सैलरी का पैसा न देने का आरोप लगाकर बीजेपी दिल्ली सरकार पर राजधानी का कूड़ा करने की जिम्मेदारी भी केजरीवाल सरकार पर डालने की कोशिश कर रही है. ऐसे में अब सिसोदिया के बयान के बाद बीजेपी को एक और मोर्चे पर केजरीवाल को घेरने का मौका मिल गया है.
इसीलिए सिसोदिया के बयान पर सबसे पहले मोर्चा संभालने के लिए दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ही सामने आए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में चुनाव जीतकर दिल्लीवालों की सेवा करने की मंशा केजरीवाल और उनकी पार्टी की शुरु से ही नहीं थी, बल्कि वो दिल्लीवालों को बेवकूफ बनाकर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की फिराक में थे. अब ये साफ भी हो गया है.
मनोज तिवारी ने केजरीवाल को कटघरे में खड़ा करने के लिए अन्ना का भी सहारा लिया. तिवारी ने कहा कि अन्ना ने केजरीवाल को पहले ही पहचान लिया था और कहा था कि वो सत्ता के लोभी हैं और अब अन्ना की बातें सच साबित हो रही हैं. पंजाब में आम आदमी पार्टी सीएम उम्मीदवार को सामने रखकर चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन सिसोदिया के बयान से उन अटकलों को हवा मिल गई है, जिसमें ये कयास लगाए जा रहे थे कि केजरीवाल दिल्ली छोड़कर पंजाब की राजनीति में सीएम उम्मीदवारी के साथ कूद सकते हैं.