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डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए अब जड़ी बूटी बांटेगी बीजेपी

दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया अपने पांव पसार चुका है. मच्छर हर रोज़ सैंकड़ों लोगों को अपना शिकार बना रहा है, अस्पतालों में हज़ारों लोग इलाज के लिए भटक रहे हैं.

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय
कपिल शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 20 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 7:27 PM IST

दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया अपने पांव पसार चुका है. मच्छर हर रोज़ सैंकड़ों लोगों को अपना शिकार बना रहा है, अस्पतालों में हज़ारों लोग इलाज के लिए भटक रहे हैं. डेंगू की रोकथाम में नाकामी के आरोप बीजेपी की सत्ता वाली एमसीडी झेल रही है, ऐसे में अब बीजेपी ने डेंगू और चिकनगुनिया से परेशान मरीज़ों के लिए आयुर्वेदिक औषधि बांटने का फैसला किया है.

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दिल्ली बीजेपी के नेता दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर आयुर्वेदिक औषधियों की स्टाल लगाएंगे जहां से लोग जड़ी बूटी ले सकेंगे. ये ऐसे जड़ी बूटी हैं, जो बुखार और चिकनगुनिया से होने वाली परेशानी में फायदेमंद हैं.

दरअसल इस मुहिम के पीछे बीजेपी का मकसद आयुर्वेद को बढावा देना है साथ ही उस गुस्से को कम करना है जो लोगों में एमसीडी के प्रति है. दिल्ली बीजेपी ने ऐसी ही एक स्टाल का शुभारंभ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने किया. पहाड़गंज में लगाई गई इस स्टाल पर जड़ी बूटी उपलब्ध रहेंगीं.

यहां से लोग बीमार लोगों की जरूरत के हिसाब से इन जड़ी बूटियों को ले सकेंगे. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने इस जड़ी बूटी वितरण की शुरुआत की है. इन स्टॉल्स पर आयुर्वेद के जानकार भी मौजूद होंगे, जो जड़ी बूटी के इस्तेमाल के बारे में लोगों को बताएंगे.

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पार्टी सूत्रों के मुताबिक आयुर्वेद जड़ी बूटी को बांटने का आइडिया दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा का है. उन्होंने दिल्ली बीजेपी के ज़रिए इसे बांटने का अभियान चलाया है. इसके लिए जड़ी बूटी भी आयुष मंत्रालय की मदद से मुहैया कराई जा रही है. लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर दिल्ली में चिकनगुनिया फैलाने के लिए जिम्मेदार मच्छर को रोकने में एमसीडी क्यों नाकाम साबित हुई है. बीजेपी की सत्ता वाली एमसीडी ने क्यों नहीं मच्छर की ब्रीडिंग रोकने के पुख्ता इंतजा़म वक्त रहते किए.

इस सवाल पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय का कहना है कि डेंगू और चिकनगुनिया के लिए आयुर्वेद में बेहतर इलाज मुहैया है, जो न सिर्फ कारगर है, बल्कि रोगों से बचाव के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. उपाध्याय के मुताबिक एमसीडी के जरिए भी फॉगिंग और दवा का छिड़काव करके मच्छर की ब्रीडिंग रोकने की कोशिश की जा रही है, जिसमें तेज़ी लाई गई है.

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