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जिस इलाके में उछाली गई थी BJP कार्यकर्ताओं की टोपी, उसी ने दिलाया ताज

सूरत के हीरा बाजार में जहां बीजेपी नेताओं की टोपी उछाली गई थी, वहां भी बीजेपी ने एकतरफ़ा जीत हासिल की है. जीएसटी, पाटीदार और हिंदी भाषी आंदोलनों के बावजूद सूरत के लोगों ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ नहीं थामा. बीजेपी ने यहां 16 विधानसभा सीटों में से 15 सीटों पर जीत दर्ज की है.

बीजेपी. बीजेपी.
आदित्य बिड़वई
  • सूरत ,
  • 19 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:44 AM IST

गुजरात की आर्थिक राजधानी कहा जाने वाला सूरत बीजेपी का नया किला बनकर उभरा है. जीएसटी, पाटीदार और हिंदी भाषी आंदोलनों के बावजूद सूरत के लोगों ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ नहीं थामा. बीजेपी ने यहां 16 विधानसभा सीटों में से 15 सीटों पर जीत दर्ज की है. सबसे बड़ी बात तो यह कि बीजेपी ने यहां कोई चुनावी घोषणा पत्र तक नहीं जारी किया था. चुनाव के पहले जिन पाटीदार बाहुल्य सीटों के बारे में कहा जा रहा था कि बीजेपी को बड़ा झटका लगेगा, उन्हीं सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों को भारी मत मिले हैं. यही नहीं, सूरत के हीरा बाजार में जहां बीजेपी नेताओं की टोपी उछाली गई थी, वहां भी बीजेपी ने एकतरफ़ा जीत हासिल की है. आइए जानते हैं कैसे बीजेपी का किला बना सूरत...

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1.  चोर्यासी विधानसभा सीट से बीजेपी की झंखना पटेल ने जीत दर्ज की. उन्हें 173882 वोट मिले हैं. उन्होंने कांग्रेस के योगेश पटेल को हराया.

2. सूरत उत्तर सीट से भाजपा प्रत्याशी कांतिभाई बलर ने जीत दर्ज की है. उन्हें 58,788 वोट मिले हैं. उन्होंने कांग्रेस के दिनेश काछडीया को हराया.

3. पाटीदार बाहुल्य सीट वराछा में भाजपा के कुमार कानाणी जीते. उन्हें 68472 वोट मिले हैं. उन्होंने कांग्रेस के धीरू गजेरा को हराया.  

4. लिंबायत विधानसभा क्षेत्र में हिंदी और मराठी भाषी बाहुल्य इलाका है. यहां से भाजपा की संगीता पाटिल विजयी रही. उन्होंने कांग्रेस के रविंद्र पाटिल को हराया.

5. पाटीदार बाहुल्य सीट कामरेज पर कांग्रेस को बड़ी जीत की उम्मीद थी, लेकिन नतीजे विपरीत आए. यहां से बीजेपी के वीडी झालावडिया जीते उन्होंने कांग्रेस के अशोक जीरावाला को हराया.

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6. करंज भी पाटीदार बाहुल्य इलाके में आता है. यहां कांग्रेस को जीत की उम्मीद थी, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी भावेश रबारी कमजोर साबित हुए. भाजपा के प्रवीण घोघारी ने बाजी मारी.

7. उधना में भाजपा के स्टार प्रचारकों ने सभाएं की थीं. बीजेपी के विवेक पटेल ने यहां से कांग्रेस के सतीश पटेल को हराया.

8. ओलपाड विधानसभा सीट पर बीजेपी ने पिछले चुनाव में भी जीत हासिल की थी. इस बार भाजपा के प्रत्याशी मुकेश पटेल ने 1 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए.

9. सूरत पश्चिम भाजपा का गढ़ मानी जाती है. यहां से बीजेपी के पूर्णेश मोदी ने कांग्रेस के इकबाल पटेल को हराया.

10. सूरत जिले की16 सीटों में से एकमात्र मांडवी सीट पर कांग्रेस को जीत नसीब हुई. कांग्रेस प्रत्याशी आनंद चौधरी ने यहां भाजपा प्रत्याशी प्रवीण चौधरी को हराया.

11.  कतारगाम विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी वीनू मोरडिया ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के जिग्नेश मेवासा को बड़े अंतर से हराया.

12. मांगरोल सीट आदिवासी बाहुल्य माना जाता है. यहां पर बीजेपी के गणपत वसावा ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के  नानसिंघ वसावा को हराया.

13. मजूरा में कांग्रेस ने व्यापारी अशोक कोठारी को खड़ा किया था, लेकिन बीजेपी के हर्ष संघवी ने उन्हें भारी मतों के अंतर से हराया.

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14. सूरत की ग्रामीण सीट बारडोली में भाजपा प्रत्याशी ईश्वर परमार ने कांग्रेस के प्रत्याशी तरुण बाघेला को हराया.

15. सूरत पूर्व सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी अरविंद राणा ने जीत दर्ज की उन्होंने नितिन भरूचा को हराया.

16. महुवा विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा के प्रत्याशी मोहन डोढिया ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के तुषार चौधरी को हराया.  

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