
दिल्ली में एक महीने बाद एमसीडी का चुनाव होना है ऐसे में यहां टिकट की रेस तेज हो गई है. बीजेपी में सुबह से ही टिकट मांगने वाले पंत मार्ग दफ्तर के बाहर अपने बॉयोडेटा के साथ जमा हो जाते हैं. सैकड़ों टिकट मांगने वाले विधायकों और सांसदों से मिलने के लिए चक्कर काट रहे हैं, क्योंकि पार्षद बनना है तो टिकट के लिए कुछ भी करना पड़ेगा.
बीजेपी दफ्तर में आने वाला हर शख्स पार्टी के लिए खून-पसीना बहाने के दावे कर रहा है. लेकिन बीजेपी के ज्यादातर सांसद और बड़े नेता इस वक्त यूपी चुनाव में व्यस्त होने की वजह से दिल्ली से बाहर हैं. लिहाजा रोज नेताओं के दफ्तरों और घरों के चक्कर काटने के बाद कई टिकट मांगने वाले निराश भी हैं क्योंकि उन्हें टिकट मिलेगा या नहीं इसका भी जवाब नहीं मिल पा रहा है.
टिकट की रेस में सब्जी विक्रेता
अगर आप सोचते हैं कि बड़ी पार्टी का टिकट मांगने वाले भी बड़े आदमी होंगे तो आप की सोच कुछ हदतक ठीक नहीं है. बीजेपी से टिकट मांगने वालों में सब्जीवाले भी शामिल हैं. सब्जी बेचकर जिंदगी की गाड़ी खींचने वाली कमलेश, विश्वास नगर की उस सीट से दावा ठोंक रही हैं जहां से बीजेपी अबतक पार्षद का चुनाव नहीं जीती. कमलेश का कहना है कि उन्हें इलाके की समस्याएं पता हैं और अगर पार्टी ने उनकी बात मानी और टिकट दिया तो इस बार वो इतिहास बनाएंगी और ये भी दिखा देंगी कि एक सब्जी बेंचने वाली भी राजनीति कर सकती है और पार्षद का चुनाव भी जीत सकती है.
पार्षद बनने की चाह में सिक्योरिटी गार्ड
सिर्फ सब्जीवाले ही नहीं बल्कि गेट पर खड़ा सिक्योरिटी गार्ड भी टिकट मांगने वालों की कतार में है. राधा देवी जिनके पति सेक्योरिटी गार्ड हैं उन्हें भी पार्षद बनना है. राधा देवी कहती है जब मोदी जी चाय बेचते-बेचते देश के प्रधानमंत्री बन सकते है तो वो क्यों नहीं. राधा देवी संगम विहार से टिकट मांग रही हैं और खुद समाज सेवा करती हैं.
बीजेपी से टिकट चाहने वालों सैकडों पार्टी कार्यकर्ता कई महीने से जिला अध्यक्षों से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक से मिलने की जुगत में हैं. कुछ तो ऐसे हैं कि जो इलाके के विधायक से लेकर सांसद तक अपनी हाजिरी लगा चुके हैं. लेकिन टिकट मिलेगा कि नहीं इसका भरोसा अबतक उन्हें नहीं मिला है. बीजेपी के दफ्तर में सुबह से ही टिकट मांगने वालों का तांता लग जाता है. हर कोई मनोज तिवारी और श्याम जाजू तक अपनी फरियाद पहुंचाना चाहता है.
सियासत में अपनी किस्मत चमकाने के लिए सैकड़ों लोग एक अदद टिकट के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. अब देखना है कि नेताओं के घरों की धूल फांक रहे इन लोगों का सपना पूरा होगा या फिर इनकी उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा.