
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनावों में बीजेपी की हार के बाद लगातार कई सवाल उठ रहे हैं. इन्हीं में एक सवाल ये भी था कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नोएडा आना बीजेपी के लिए अशुभ साबित हुआ. हालांकि ये एक अंधविश्वास है, लेकिन राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम जन तक इससे अछूते नहीं हैं. यहीं नहीं, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तो एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह दिया था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नोएडा जाने का असर दिखेगा.
इसी अंधविश्वास से जुड़े सवाल का जवाब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है. शनिवार को यूपी के मुख्यमंत्री दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस कार्यक्रम में योगी से ये सवाल किया गया कि क्या गोरखपुर और फूलपुर उपचुनावों में हार के लिए उनका नोएडा आना एक कारण है?
सवाल के जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'मेरे लिए कोई भी जगह अशुभ नहीं है, अशुभ को शुभ बनाने के लिए मैं यूपी में सत्ता में आया हूं, जिन लोगों ने राज्य में अराजकता फैलाई थी, उससे राज्य को मुक्त करना ही शुभ है. प्रदेश की विकास गति को आगे बढ़ाना शुभ है. इसलिए जहां भी अशुभ होगा, वहां हम जाएंगे.'
उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही मेरा नोएडा में कार्यक्रम लगने वाला है. उत्तर प्रदेश के भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी जो अशुभ का प्रतीक है, उसे दूर करने के लिए योगी के रूप में हरसंभव प्रयास करता रहूंगा.
बता दें कि नोएडा को लेकर राजनीतिक पार्टियों और नेताओं में काफी पूर्वाग्रह है. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती नोएडा आने से बचते रहे हैं.
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में सपा-बसपा गठबंधन ने बीजेपी को करारी मात दी. बीजेपी को दोनों उपचुनावों में हार का सामना पड़ा है. बसपा ने चुनाव में कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था, लेकिन सपा उम्मीदवार को समर्थन दिया.
नतीजों के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जीत का श्रेय मायावती को दिया और लखनऊ में उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच गठबंधन को आगे बढ़ाने और 2019 के लिए फॉर्मूला बनाने पर बातचीत हुई.