
देश की सबसे अमीर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की 227 सीटों के नतीजे आ गए हैं. इस चुनाव में बीजेपी को बड़ी कामयाबी मिली है, जबकि शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं कांग्रेस को करारा झटका लगा है. हालांकि इस चुनाव में किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाई है.
सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी शिवसेना
शिवसेना 84 सीटें जीतकर नंबर 1 पार्टी बनी है, 82 सीटों पर बीजेपी का परचम लहरा है. जबकि कांग्रेस 31 सीटें जीतने में कामयाब रही है. एनसीपी को 9, एमएनएस को 7 और अन्य को 11 सीटें मिली हैं. शिवसेना और बीजेपी कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है.
आखिरी के एक सीट पर लॉटरी के जरिए से फैसला हुआ. इस सीट पर पहले शिवसेना के सुरेंद्र बगलकर को विजेता घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद बीजेपी के अतुल शाह ने विरोध किया और दोबारा गिनती की मांग की. फिर तीन राउंड की गिनती के बाद लॉटरी के जरिये बीजेपी के अतुल शाह को विजेता घोषित किया गया.
बीजेपी को 50 सीटों का फायदा
अगर पिछले चुनाव से तुलना की जाए तो साल 2012 में शिवसेना को 75 सीटें मिली थी, जो इस बार बढ़कर 84 हो गई. बीजेपी पिछले चुनाव में 31 सीटें जीत पाई थी, लेकिन इस बार पार्टी को जबर्दस्त फायदा हुआ है और 81 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि कांग्रेस को पिछली बार 52, एनसीपी को 13 और एमएनएस को 28 सीटें मिलती थी.
नतीजों के बाद इस्तीफे का दौर
नतीजों को देखते हुए कांग्रेस की मुंबई इकाई के अध्यक्ष संजय निरुपम ने इस्तीफा दे दिया है. उनकी पार्टी के नेता नारायण राणे ने हार का ठीकरा संजय निरुपम के सिर फोड़ा था. परिणाम के बाद निरूपम ने शहर के कुछ पार्टी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाया है, निरूपम का कहना है कि कुछ नेता चाहते थे कि चुनावों में कांग्रेस की हार हो.
महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने बीड़ जिले में अपने निर्वाचन क्षेत्र में स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन पर इस्तीफे की पेशकश की. बीएमसी का साल 2016-17 का सालाना बजट 37,000 करोड़ रुपये का है.