
एक्टर बॉबी देओल का फिल्मी करियर दो दशक से ज्यादा पुराना हो गया है, लेकिन अगर ये कहा जाए कि उन्होंने अपने पिता धर्मेंद्र या फिर भाई सनी देओल जैसी सफलता हासिल की हो, तो ये कहना गलत होगा. बॉबी देओल ने फिल्में तो कई की, लेकिन दर्शक कभी भी उन्हें बतौर एक्टर स्वीकार नहीं कर पाए. यही वजह रही कि बॉबी के करियर में फ्लॉप फिल्में ज्यादा रहीं. बीते कुछ सालों में बॉबी देओल ने लीड रोल निभाने भी छोड़ दिए हैं. वे सहकलाकार के रूप में ज्यादा काम करते दिख रहे हैं.
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर नजर आएंगे बॉबी
इसी बीच बॉबी देओल अपने करियर में दूसरी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. एक ऐसी शुरुआत जहां वे लीड रोल भी निभाएंगे और जहां कहानी भी ऐसी परोसी जाएगी जो शायद पहले किसी ने नहीं देखी. अब बॉबी देओल को ये मौका मिला है ओटीटी प्लेटफॉर्म की वजह से क्योंकि कोरोना काल में सिनेमा हॉल तो बंद पड़े हैं, ऐसे में सभी फिल्मों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया जा रहा है.
अब इस कड़ी में बॉबी देओल की एक फिल्म और एक वेब सीरीज शामिल हो गई है. हम बात कर रहे हैं प्रकाश झा निर्देशित आश्रम की और शाहरुख खान की रेड चिलीज के अंतर्गत बनी फिल्म क्लास ऑफ 83 की. अब ये दोनों ही सिर्फ अपने कंटेट की वजह से खास नहीं है, बल्कि इसलिए भी खास कही जा रही हैं क्योंकि इस बार बॉबी देओल के दो अलग-अलग रूप दिखने वाले हैं. एक तरफ वे आश्रम में ढोंगी बाबा के रोल में नजर आएंगे तो वहीं दूसरी तरफ क्लास ऑफ 83 में एक पुलिस अधिकारी बने हैं. क्लास ऑफ 83 का ट्रेलर भी रिलीज कर दिया गया है जिसमे बॉबी के रोल को काफी दमदार बताया जा रहा है.
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ऐसा लगातार देखने को मिला है कि कई सितारे बड़े पर्दे पर जरूर फ्लॉप साबित हुए हैं, लेकिन उन्होंने छोटे पर्दे या फिर ओटीटी पर धमाल मचाया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है अमित साध जिन्होंने कहने को कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है, लेकिन उन्हें वो लाइमलाइट या फिर तारीफ नहीं मिली जिसके वो हकदार थे. इसके बाद जब अमित ने ओटीटी की तरफ रुख किया, देखते ही देखते उनके काम ने सभी का दिल जीत लिया. अमित ने ब्रीद और अवरोध में लाजवाब काम किया है. अब ऐसे ट्रेंड को देखते हुए ये कहा जा रहा है कि बॉबी देओल के करियर में भी ओटीटी मील का पत्थर साबित हो सकता है क्योंकि ये एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां सिर्फ फिल्म की कहानी और एक्टर की अदाकारी मायने रखती है, यहां स्टार कल्चर या फिर बजट की ज्यादा अहमियत नहीं होती.