
सियाचिन के बर्फीले तूफान में शहीद हुए 9 सैनिकों के पार्थिव शरीर रविवार को दिल्ली लाए जाएंगे. शनिवार को मौसम साफ होने के बाद सैनिकों के पार्थिव शरीर सियाचिन बेस कैंप लाए गए थे.
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया था, ‘सभी पार्थिव शरीर को आज सियाचिन बेस कैंप लाया गया.’ मौसम थोड़ा ठीक होने के बाद हेलीकॉप्टरों ने ऊंचाई वाली चौकी से सियाचिन बेस कैंप की तरफ उड़ान भरी. अधिकारी ने बताया कि उन्हें ले जाने के लिए मौसम के कुछ ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है. मौसम विभाग ने रविवार को साफ मौसम रहने का पूर्वानुमान जताया था.
खराब मौसम आड़े आया
सियाचिन बेस कैंप और लेह के बीच मौसम साफ नहीं होने के चलते हेलीकॉप्टर से सैनिकों के पार्थिव शरीर को
लद्दाख नहीं ले जाया जा सका था. शनिवार को सभी सैनिकों के पार्थिव शरीर को आगे मौसम ठीक होने तक
सैन्य अस्पताल, हंडर ले जाया गया था.’
3 फरवरी को हुआ था हादसा
पाकिस्तान के साथ लगी नियंत्रण रेखा के करीब 19,600 फुट की उंचाई पर स्थित चौकी के बर्फीले तूफान की
चपेट में आने के कारण एक जेसीओ और मद्रास रेजीमेंट के 9 अन्य सैनिक 3 फरवरी को बर्फ के नीचे जिंदा
दफन हो गए थे. 6 बाद लांस लायक हनुमंतप्पा को बर्फ से जीवित निकाला गया था, लेकिन उन्होंने गुरुवार को
दिल्ली के आर्मी अस्पताल में दम तोड़ दिया था.