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बोको हराम और ISIS के निशाने पर दिल्ली, खुफिया एजेंसियों ने जारी की उग्रवादियों की लिस्ट

भारत-अफ्रीका सम्मेलन में बोको हराम और इस्लामिक स्टेट (ISIS) की ओर से व्यवधान पैदा किए जाने के इनपुट मिलने से खुफिया एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं. खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक ये आतंकी संगठन सम्मेलन में हिस्सा लेने वाली हस्तियों को निशाना बना सकते हैं.

खुफिया एजेंसियों ने दिए हैं हमले के इनपुट खुफिया एजेंसियों ने दिए हैं हमले के इनपुट
ब्रजेश मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 27 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 9:45 PM IST

भारत-अफ्रीका सम्मेलन में बोको हराम और इस्लामिक स्टेट (ISIS) की ओर से व्यवधान पैदा किए जाने के इनपुट मिलने से खुफिया एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं. खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के मुताबिक ये आतंकी संगठन सम्मेलन में हिस्सा लेने वाली हस्तियों को निशाना बना सकते हैं.

दिल्ली में होने वाले इस सम्मेलन में कई राज्यों के मुखिया शामिल हो रहे हैं. हाल ही में ISIS से हाथ मिलाने वाला आतंकी संगठन बोको हराम मुख्य रूप से नाइजीरिया में सक्रिय है लेकिन अब उसके हमले का खतरा यहां भी नजर आ रहा है.

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दिल्ली पुलिस ने दर्ज की है एफआईआर
खुफिया इनपुट के मुताबिक, ISIS भारतीय उपमहाद्वीप में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है. इसके साथ ही बांग्लादेश में हुई कुछ झड़पों से भी इसके तार जुड़े हैं. एजेंसियों ने ISIS की विचारधारा से प्रभावित उग्रवादियों की लिस्ट जारी की है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली है और उनकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है.

बता दें कि राजधानी दिल्ली में पहले भी आतंकी संगठन ISIS की ओर हमला किए जाने की साजिशों के बारे में खुलासे होते रहे हैं. सम्मेलन में शामिल हो रहे लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फॉरेन रीजन रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) और दिल्ली पुलिस ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाले हर शख्स पर नजर बना रखी है.

राजनीतिक संबंध सुधारना पहला मकसद!
तीसरा भारत-अफ्रीका सम्मेलन सोमवार को राजधानी दिल्ली में शुरू हो चुका है. इसमें भारत के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा 54 अफ्रीकी देश हिस्सा ले रहे हैं. इसमें खासकर विदेश मंत्रालय और नेताओं के बीच आपसी बातचीत और समझौतों पर जोर दिया जा रहा है. इसका मकसद भारत और अफ्रीकी देशों के बीच राजनीतिक संबंध सुधारना है. साथ ही वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा होगी. यह सम्मेलन 29 अक्टूबर तक चलेगा.

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