
पूरे देश में नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. जामिया के बाद सीलमपुर में हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल खड़े होने लग गए हैं. CAA के विरोध में बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, परिणीति चोपड़ा, आलिया भट्ट के साथ डायरेक्टर अनुराग कश्यप भी उतर आए हैं.
अब विरोध करने वालों की लिस्ट में फरहान अख्तर का नाम भी जुड़ गया है. फरहान अख्तर ने सभी प्रदर्शकारियों से अगस्त क्रांति मैदान में इकट्ठा होने के लिए कहा है. फरहान ने ट्वीट किया, यहां, आपको ये जानने की जरूरत है कि ये प्रोटेस्ट बहुत जरूरी है. 19 तारीख को आपसे अगस्त क्रांति मैदान, मुंबई में ही मिलेंगे. सिर्फ सोशल मीडिया पर प्रोटेस्ट करने का समय अब खत्म हो गया है.
फरहान अख्तर के ट्वीट के बाद वरिष्ठ IPS अधिकारी संदीप मित्तल ने कार्रवाई करने की मांग की है. संदीप मित्तल ने कहा कि फरहान ने कानून का उल्लंघन किया है. इसके साथ उन्होंने IPC की धारा 121 समझाने का एक वीडियो किया है. मित्तल ने ट्वीट किया, आपको ये भी पता होना चाहिए कि आपने कानून का उल्लंघन किया. आपके ट्वीट से पता चलता है कि ये सब आपने अनजाने में नहीं किया है. मुंबई पुलिस और एनआई आप सुन रहे हैं. कृप्या राष्ट्र के बारे में सोचिए जिसने आपको जीवन में सबकुछ दिया है. कानून को समझिए.
जावेद अख्तर के ट्वीट का भी हुआ था विरोध
इससे पहले फरहान के पिता और गीतकार जावेद अख्तर ने भी NRC और CAA का मुद्दा उठाया था. जावेद ने ट्विट किया था, 'लॉ ऑफ लैंड के मुताबिक, किसी भी परिस्थिति में पुलिस किसी भी यूनिवर्सिटी के कैंपस में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की इजाजत के बिना नहीं घुस सकती. जामिया कैंपस में बिना इजाजत घुसकर पुलिस ने एक ऐसी मिसाल कायम की है जो हर यूनिवर्सिटी के लिए एक खतरा है.'
जावेद के ट्वीट पर भी संदीप मित्तल ने प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था, 'प्रिय कानूनी विशेषज्ञ, प्लीज लॉ ऑफ लैंड, अनुभाग संख्या और अधिनियम आदि के नाम को थोड़ा विस्तार से समझाएं ताकि हम भी प्रबुद्ध हों.'
रविवार को दक्षिण दिल्ली में नाराज भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों व मीडिया को निशाना बनाया था. भीड़ ने दक्षिणी दिल्ली को कब्जे में ले लिया. प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने व पुलिस के साथ झड़प के पांच घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे. हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया.