
बालिका वधू सीरियल से मशहूर हुई प्रत्यूषा बनर्जी के सुसाइड केस में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच में पता चला था कि प्रत्यूषा प्रेगनेंट हुई थी. उसका अबॉर्शन भी हुआ था. अबॉर्शन के चार हफ्ते बाद ही प्रत्यूषा ने मौत को गले लगा लिया था. प्रत्यूषा के टूटे सपने ही उसे निराशा के उस भंवर में ले गए, जहां वो खुद ही अपनी जान ले बैठी. प्रत्यूषा की खुदकुशी को उसका परिवार, दोस्त और रिश्तेदार प्यार की नाकामी से जोड़कर देख रहे थे. इसी बीच पुलिस जांच में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने कन्फर्म कर दिया है सुसाइड से पहले प्रत्यूषा बनर्जी ने गर्भपात कराया था. जेजे हॉस्पिटल के डॉक्टरों का मानना है कि प्रत्यूषा ने 1 अप्रैल को सुसाइड करने से लगभग 4 हफ्ते पहले अबॉर्शन कराया था. प्रत्यूषा के यूटरस के टिश्यूज का हिस्टोपैथोलॉजिकल एग्जामिनेशन किया गया था. उसी के बाद ये खुलासा हुआ है. हिस्टोपैथोलॉजिकल रिपोर्ट के मुताबिक प्रत्यूषा के गर्भाशय में इन्फेक्शन मिला था. ये इन्फेक्शन या तो मिसकैरिज से होता या फिर गर्भपात कराने से होता है.
प्रेम कहानियां अधूरी रह जाएं तो अंजाम भयावह हो सकते हैं. प्रत्यूषा की प्रेम कहानी भी कुछ ऐसी ही रही. वो हताश थी और जिंदगी हार बैठी. अब इंसाफ की जंग में चौंकाने वाली कुछ बातें भी सामने आ रही हैं. इस बात का खुलासा हो चुका है कि प्रत्यूषा गर्भवती थी. लेकिन कई मुद्दों पर राहुल राज का बरताव संदेह में है. इस बात से तो उसने भी इनकार नहीं किया कि वो उसी फ्लैट में प्रत्यूषा के साथ रहता था, जहां वो पंखे से लटकी मिली. फिर ऐसी मुश्किल घड़ी में उसका सबसे करीबी उसे अकेला कैसे छोड़ सकता है.
पुलिस के सवाल, राहुल के जवाब
जांच अधिकारी- क्या मौत के समय प्रत्यूषा प्रेगनेंट थी?
राहुल राज- नहीं.
जांच अधिकारी- तुम्हारे साथ रहने के दौरान वो कभी गर्भवती हुई?
राहुल राज- जी हां, जनवरी के महीने में हुई थी.
जांच अधिकारी- जनवरी में कब?
राहुल राज- तारीख याद नहीं है, शायद जनवरी के पहले हफ्ते में हुई थी.
जांच अधिकारी- प्रत्यूषा ने अबॉर्शन कब कराया?
राहुल राज- मार्च के पहले या दूसरे हफ्ते में कराया था.
जांच अधिकारी - क्या तुमने और प्रत्यूषा ने अबॉर्शन से पहले डॉक्टरी सलाह ली थी?
राहुल राज - प्रत्यूषा ने एक गाइनीकोलोजिस्ट से सलाह ली थी.
जांच अधिकारी- क्या तुम अस्पताल में उसके साथ थे?
राहुल राज- नहीं, वो अकेली गई थी, मैं बिजी था.
अब पुलिस की जांच इसी सिरे को पकड़कर चल रही है कि आखिर राहुल राज और प्रत्यूषा के बीच ऐसा क्या हुआ था कि राहुल ने ऐसे वक्त में भी उससे किनारा कर लिया. ग्लैमर की चकाचौंध भरी दुनिया के पीछे कितना अंधेरा है, प्रत्यूषा बनर्जी की मौत की कहानी इसकी जीती जागती मिसाल है. उसे नाम मिला, काम मिला, शोहरत मिली, दौलत मिली, लेकिन उसकी मुहब्बत उसे ग्लैमर के पीछे गुमनाम अंधेरों में ले गई. हालात उस मोड़ तक पहुंचे, जहां मौत के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा था.