
दलित लड़की के साथ यौन शोषण के आरोपी कांग्रेस नेता बृजेश पांडे ने पीड़िता का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है. बृजेश पांडे पिछले कुछ दिनों से अंडर ग्राउंड हो गए थे, लेकिन बुधवार की शाम अचानक मीडिया के सामने आए और अपनी सफाई पेश की है. बृजेश बिहार कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे, लेकिन मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
कांग्रेस नेता ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए आरोप लगाया कि उन्हें बीजेपी के इशारे पर फंसाया जा रहा है. बीजेपी सुनियोजित तरीके से उनके छवि को खराब कर राजनीतिक करियर खत्म करने की कोशिश कर रही है. वह देश के जाने-माने पत्रकार के बड़े भाई हैं, इसलिए उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है.
बिहार के एडीजी सुनील कुमार का कहना है कि कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडे के इस मामले में संलिप्त होने की जांच अभी चल रही है. वहीं, सीआईडी के द्वारा इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी की रिपोर्ट में बृजेश के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य भी दिख रहे हैं. एसआईटी ने अपनी 17 पेज के जांच रिपोर्ट में आरोपियों के बारे में स्पष्ट निर्देश दिया है.
इसके अनुसार, अभियुक्त निखिल प्रियदर्शी, संजीत कुमार शर्मा और बृजेश पांडे का नाम और पता का सत्यापन कर गिरफ्तार किया जाए. यदि अभियुक्त फरार हैं, तो कुर्की-जब्ती की कार्रवाई करके कृष्ण बिहारी प्रसाद और मनीष प्रियदर्शी के विरूद्ध आए साक्ष्यों से लोक अभियोजन के माध्यम से माननीय न्यायालय को अवगत कराए.
बताया यह भी जा रहा है कि पटना के जिस फ्लैट में बृजेश पांडे से लड़की मिलने की बात कर रही है, उसके मालिक ने भी एसआईटी को दिए अपने बयान में इसकी पुष्टी की है. फ्लैट में मौजूद साक्षी ने एसआईटी को बताया कि लड़की को पेय में कुछ मिला कर पिलाया गया था. वो नशे आ गई थी. उस वक्त निखिल और बृजेश उपस्थित थे.
जांच रिपोर्ट में लिखा गया है कि साक्षी के बयान से इस बात की पुष्टी हो रही है कि उस फ्लैट में लड़की को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश किया गया. लड़की को उल्टी होने से नशीले पदार्थ का असर कम हुआ, जिसकी वजह से वह कुछ मिनटों में होश में आ गई. उस दौरान निखिल बाहर निकला और बृजेश पांडे उसके साथ छेड़खानी करने लगा.
पीड़िता ने बताया कि वह निखिल से फेसबुक के जरिए मिली थी. दोनों के बीच गहरी दोस्ती होने के बाद दोनों मिलने-जुलने लगे. इसी बीच निखिल के दोस्त उसके साथ भद्दा मजाक करने लगे. उससे बचने के लिए उसने शादी का प्रस्ताव दिया. इसके बाद अगस्त 2016 से निखिल का स्वाभाव उसके प्रति कठोर होता गया. वह उसे बांध कर पीटता था.
पिछले साल दशहरे के आसपास की बात है. निखिल पीड़िता को बुरी तरह से मारने लगा. वह जान बचाकर भागी और कभी शादी की बात करने से मना किया. इसके बाद निखिल ने उसे काफी मनाया. उसे एप्पल फोन गिफ्ट किया. छठ से पहले फिर शादी की जिद्द की, तो मारपीट की गई. प्राइवेट पार्ट को जख्मी कर दिया. पीड़िता ने 22 दिसंबर 2016 को केस दर्ज कराया.
उधर, निखिल प्रियदर्शी का परिवार अब उसकी बचाव में उतर आया है. निखिल की भाभी ने कहा कि ये पूरा मामला झूठा है, जो जमीन माफिया से जुड़ा है. लड़की धोखेबाज है. वह सोची समझी साजिश के तहत ऐसा कर रही है. उसने निखिल से पहले दोस्ती करके मौज-मस्ती की और बाद पैसे मांगे. पैस नहीं मिले तो यौन शोषण का केस बना दिया.