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ब्रिक्स घोषणापत्र से चीन-पाक संबंधों में आ सकता है तनाव: चीनी विशेषज्ञ

चीनी विशेषज्ञ ने कहा कि ब्रिक्स घोषणापत्र में पाकिस्तान आधारित कुछ आतंकी समूहों के नाम शामिल करने से पाकिस्तान ‘झल्ला सकता है.’साथ ही इससे पाकिस्तान के चीन के साथ संबंधों में तनाव आ सकता है.

आ सकता है चीन-पाक संबंधों में तनाव आ सकता है चीन-पाक संबंधों में तनाव
केशवानंद धर दुबे/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 05 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 8:37 AM IST

चीनी विशेषज्ञ ने कहा कि ब्रिक्स घोषणापत्र में पाकिस्तान आधारित कुछ आतंकी समूहों के नाम शामिल करने से पाकिस्तान ‘झल्ला सकता है.’ इससे पाकिस्तान के साथ चीन के संबंधों में तनाव आ सकता है.

देना होंगा पाकिस्तान के समक्ष स्पष्टीकरण

चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेपररी इंटरनेशनल रिलेशंस के निदेशक हू शिशेंग ने कहा, 'चीनी राजनयिकों को आने वाले महीनों में पाकिस्तान के समक्ष बहुत सारे स्पष्टीकरण देने होंगे.' उन्होंने कहा कि इस घोषणापत्र में हक्कानी नेटवर्क का नाम शामिल करना ‘मेरी समझ से परे’ है.

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चीन की भूमिका होगी जटिल

उन्होंने कहा, ‘इस समूह का प्रमुख ही वास्तव में अफगान तालिबान का प्रमुख है. इससे अफगान राजनीतिक सुलह की प्रक्रिया में चीन की भूमिका और जटिल होगी.' उन्होंने कहा, 'हम यह भी कह सकते हैं कि भविष्य में हमारी कोई भूमिका नहीं होगी.’ ब्रिक्स घोषणापत्र में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों के नाम शामिल किए जाने के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘यह मेरी समझ से परे है कि चीन इस पर कैसे सहमत हो गया है. मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा विचार है.’

 

 

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