
ब्रिटेन में रूस के जासूस को जहर देने के मामले में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ रहा है. बता दें कि ब्रिटेन द्वारा 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने के फैसले से ब्रिटेन और रूस के बीच टकराव बढ़ा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में कहा, 'रूस को जिम्मेदार ठहराने के लिए कार्रवाई करने की जरूरत' पर अपने फ्रांसीसी समकक्ष एमैनुएल मैक्रों के साथ सहमत हैं. यह दोनों नेताओं के बीच रूस के खिलाफ कार्रवाई करने की सहमति डबल एजेंट सर्गेई स्क्रीपल और उनकी बेटी युलिया के हत्या की कोशिश के बाद बनी है.
दरअसल, व्हाइट हाउस ने बुधवार को ब्रिटेन और अमेरिका के बीच हुए फोन कॉल के बाद कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन में दूसरे देशों के नागरिकों पर रूस द्वारा किए गए रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर इंग्लैंड के साथ एकजुटता जाहिर की है.
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हालांकि यह टिप्पणी पुतिन के दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर ट्रंप द्वारा दी गई बधाई के बाद आई है. ट्रंप की आलोचना इस बात पर की गई थी कि उन्होंने जहरीले पदार्थ का इस्तेमाल होने या इस घटना का जिक्र अपने बयान में नहीं किया था.
ब्रिटेन और इसके सहयोगियों का कहना है कि सर्गेई स्क्रीपल और उनकी बेटी युलिया पर हमले केपीछे रूस का हाथ था. इन दोनों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है. ब्रिटेन का कहना है कि उन पर रूस द्वारा तैयार किए गए नर्व एजेंट का इस्तेमाल किया गया है. लेकिन मॉस्को ने इन आरोपों को खारिज करते हुए बुधवार को विदेशी राजनयिकों के लिए टीवी पर बयान जारी किया. इसमें एक वरिष्ठ अधिकारी रूसी फोबिया कह कर ब्रिटेन का मजाक उड़ाते हुए दिख रहे हैं.