
बिहार 12वीं टॉपर स्कैम के बाद बोर्ड के कर्मचारियों पर गाज गिरना शुरू हो गया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने काम में लापरवाही के आरोप में बोर्ड के 22 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. साथ ही 'आज तक' के स्टिंग ऑपरेशन के बाद अध्यक्ष ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी है.
स्टिंग की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित
बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि स्टिंग की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है जो पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी. यह कमेटी पूरे मामले की जांच कर जल्द ही रिपोर्ट देगी, जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह के इस्तीफा देने के बाद पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर को बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
काम में लापरवाही के आरोप में 22 कर्मचारी नपे
बुधवार आनंद किशोर ने बोर्ड ऑफिस का औचक निरीक्षण किया. साथ ही अध्यक्ष ने बोर्ड के कामों की समीक्षा भी की, जिसके बाद अध्यक्ष ने काम में लापरवाही बरतने के आरोप में 22 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. निलंबित किए गए कर्मियों में 3 प्रशाखा पदाधिकारी, 13 सहायक, 3 दैनिक लिपिक और 3 पदचर शामिल हैं. इसके अलावा दो अन्य कर्मचारी शंभुनाथ दास और रंजीत कुमार मिश्रा को भी निलंबित कर दिया गया.