
भारत-पाकिस्तान सीमा पर जारी तनाव को कम करने के लिए गुरुवार को पाकिस्तान रेंजर्स और बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (BSF) के बीच फ्लैग मीटिंग हुई. पाकिस्तान की अपील पर हुई इस मीटिंग में दोनों ओर से सेक्टर कमांडर स्तर के अधिकारी शामिल हुए. यह फ्लैग मीटिंग सुचेतगढ़ इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हुई.
इस फ्लैंग मीटिंग में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जम्मू सेक्टर में BSF के DIG पीएस धीमान ने किया, जबकि सियालकोट के चेनाब रेंजर्स में सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर अमजद हुसैन ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल में विंग कमांडर समेत 10 अधिकारी शामिल रहे, जबकि भारतीय प्रतिनिधिमंडल में पांच अधिकारी शामिल रहे.
इससे पहले दोनों देशों के बीच सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक 29 सितंबर 2017 को हुई थी. हाल ही में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हुई भारी गोलाबारी के बाद दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच यह पहली सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक है. हालिया गोलाबारी के दौरान पाकिस्तान ने भारत में घुसपैठ भी कराने की कोशिश की, जिसको बीएसएफ ने नाकाम कर दिया. बीएसएफ ने चार जनवरी को अरनिया सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक घुसपैठिया को भी ढेर कर दिया था.
इस सेक्टर कमांडर स्तरीय फ्लैग मीटिंग के दौरान बीएसएफ ने पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी पर कड़ा एतराज जताया. पाकिस्तान रेंजर्स ने तीन जनवरी और 17 जनवरी को बीएसएफ के जवानों को निशाना बनाया था, जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे. इसके अलावा पाकिस्तान रेंजर्स लगातार सरहदी इलाके के बाशिंदों को निशाना बना रहे हैं. सीमा पर बीएसएफ की ओर से मुंहतोड़ जवाब मिलने के चलते