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सरहद की सुरक्षा के लिए मुस्तैद बीएसएफ, PAK की हर मूवमेंट पर पैनी नजर

राजस्थान में पाकिस्तान से लगती सीमा पर पाकिस्तान की तरफ भारी मूवमेंट देखी जा रही है. खूफिया सूत्रों के अनुसार हर पाकिस्तानी पोस्ट पर पाक सेना से पांच से दस जवान पहुंच चुके हैं.

बीएसएफ ने बढ़ाई निगरानी बीएसएफ ने बढ़ाई निगरानी
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 05 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 12:17 AM IST

राजस्थान में पाकिस्तान से लगती सीमा पर पाकिस्तान की तरफ भारी मूवमेंट देखी जा रही है. खूफिया सूत्रों के अनुसार हर पाकिस्तानी पोस्ट पर पाक सेना से पांच से दस जवान पहुंच चुके हैं. आज तक की टीम ने देखी रात में कैसे पाक सेना के जवान अपनी सीमा में घूम रहे हैं वरना पाकिस्तानी रेंजर्स कभी पहरेदारी नहीं करते हैं.

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पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सीमाओं में घुसपैठ के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए भारतीय सीमा की सुरक्षा को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया जा रहा है. हजारों किमी. में फैले थार के रेगिस्तान में सरहद की हिफाजत के लिए सीमा सुरक्षा बल के ये बहादुर सैनिक दिन रात पसीने बहा रहे है. सीमा पर आजतक ने भी गुजारी रात.

बॉर्डर पर दिन में भले हीं सन्नाटा पसरा रहता है मगर रात होते हीं चोरों की तरह पाकिस्तानी सक्रिय हो जाते हैं. लिहाजा आजतक की टीम भी भारत पाकिस्तान सीमा पर पहुंची रात के अंधेरे मे ये देखने के लिए कि कैसे बीएसएफ के हमारे जवान सीमा पर दिन रात सीमा पर पहरा देते हैं ताकि हम शांति से सो सकें. रेगिस्तान में इनका सबसे बड़ा साथी ऊंट होता है. उंटो पर बैठकर हम भी नकलें भारत पाकिस्तान सीमा की हालात का जायजा लेने.

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रात के अंधेरे में कोई घुसपैठिया, कोई तस्कर, कोई आतंकी देश की सीमा में दाखिल न हो पाए इसके लिए बीएसएफ के जवान पैदल पेट्रोलिंग करते हैं. एक कमांड में करीब 20 पोस्ट होती है जिसकी सीमां करीब 60 से 65 कि.मी. की होती है. और बीसएफ के जाबाज सुरक्षा में मुस्तैद रहते हैं.

दरअसल राजस्थान की सीमा के ठीक सामने जैशे मोहम्मद का हेड क्वार्टर बहावलपुर और हाफिज के लश्कर का नया ठिकाना रहमियार खान है.सादीकाबाद, घोटकी, सकीरेवाला खूं जैसे इलाके हैं जहां पर आईएसआई बेहद सक्रिय रहता है. ऐसे में किसी भी घूसपैठ को रोकने के लिए पैदल पेट्रोलिंग के साथ-साथ उंटों का भी सहारा लिया जाता है.रात को सरहद पर ये जवान कैसे ड्यूटी देते हैं इसे देखने के लिए आजतक की भी टीम ने सीमा पर रात गुजारी. जहरीले सांपों का जंगली झाड़ियों में डर, दुश्मन पर पैनी नजर, रेत के टीलों के बीच, 45 डिग्री से के औसत दिन के तापमान से लेकर रात के 30 डिग्री तापमान के बीच इन जवानों के पैदल पेट्रोलिंग में साथ चलकर हमने सीमा पर साथ चलकर देखा कैसे सीमा पर हिफाजत करते हैं हमारे जवान.

हम अभी पेट्रोलिंग कर हीं रहे थे कि पाकिस्तान की तरफ से रोशनी आनी शुरु हो गई. पीलर पोस्ट तक पाकिस्तानी आकर टार्च जलाने लगे. इतने में पाकिस्तानी सेनाकी जिप्सियां भी आ गई. इसतरह का पहली बार हुआ था कि डरे पाकिस्तानी भागे-भागे आए थे. शाम को सात बजते हीं पाकिस्तानी सीमा में उसके यूएवी मंडराने शुरु हो गए. आम दिन होते तो हमारे बीएसएफ के जवान प्रोटेस्ट नोट भी देते लेकिन फिलहाल तो तनाव को देखते हुए बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच फ्लैग मीटिंग भी कैंसिल कर दी गईं है. सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी रेंजर्स कभी भी इस तरह से पेट्रोलिंग नहीं करते हैं. लेकिन इन दिनों पाकिस्तानी सेना युद्अधा अभ्यास कर रही हैं और इसके अलावा हर पोस्ट में पांच से दस पाकिस्तानी सेना के जवान मौजूद हैं.

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बीएसएफ के डीआईजी अमीत लोढ़ा का कहना है कि हमारे जवान ऐसे समय के इंतजार में रहते हैं इसलिए हम तो पूरी तरह से तैयार हैं. सीमा पर हमारी पूरी तैयारी रहती है. दुश्मन की हर हरकत पर हमारी नजर है.

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