
त्रिपुरा बॉर्डर के पास पशुओं की तस्करी रोकने के प्रयास में घायल हुए बीएसएफ कमांडेंट दीपक कुमार मंडल शहीद हो गए हैं. बीएसएफ के 145 बटालियन के कमांडेंट दीपक कुमार 16 अक्टूबर को उस समय घायल हो गए थे, जब बीएसएफ ने पशुओं की तस्करी करने वाले एक गिरोह को रोकने की कोशिश की थी. उसके बाद उन्हें इलाज के लिए कोलकाता ले जाया गया था. कोलकाता में दीपक कुमार मंडल ने अंतिम सांस ली.
कमांडेंट दीपक कुमार मंडल त्रिपुरा की राजधानी से 60 किमी दूर बेलारडप्पा बॉर्डर आउटपोस्ट पर तैनात थे. 16 अक्टूबर को रात 1:20 बजे उन्होंने कुछ संदिग्ध गाड़ियों की आवाजाही देखी. कमांडेंट दीपक कुमार मंडल ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे भागने लगे. कमांडेंट दीपक कुमार मंडल ने उनका पीछा किया, हालांकि रात का फायदा उठाते हुए एक स्मगलर ने उन्हें अपनी गाड़ी से कुचल दिया था. इसके बाद त्रिपुरा पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर आरोपी ड्राइवर को अरेस्ट कर लिया था.
इसके बाद गंभीर रूप से घायल दीपक कुमार को अगरतला के स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया था. वहां डॉक्टरों ने बताया था कि उन्हें सर और बैक में गंभीर चोटें लगी हैं. ऐसे में हालात बिगड़ने पर उन्हें कोलकाता के एक प्राइवेट अस्पताला ले जाया गया था. सूत्रों के अनुसार उस समय उनकी पूरी बॉडी पर पट्टियां लगी थीं. हालांकि दीपक कुमार को बचाया जाया नहीं सका और शुक्रवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.
आपको बता दें कि त्रिपुरा बांग्लादेश के साथ 856 किमी लंबा बॉर्डर शेयर करता है. 70 प्रतिशत हिस्सों में कंटिले तारों की फेंसिंग होने के बावजूद वहां स्मगलिंग की गतिविधियां काबू से बाहर हैं. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की ओर से सीमा पर कड़ी चौकसी बरतने की वजह से जमीन के रास्ते बांग्लादेश को गाय-बैल-बछड़ों की तस्करी होना लगभग बंद हो गया है. हालांकि पशु तस्कर फिर भी बाज नहीं आ रहे हैं.