
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बीएसपी ने असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ विधानसभा चुनाव में संभावित समझौते की अटकलों को खारिज कर दिया है. बीएसपी ने कहा कि वह 403 सीटों वाली यूपी विधानसभा चुनाव में अकेले अपने दम पर मैदान में उतरेगी. प्रदेश में 2017 में चुनाव होने वाले हैं.
पार्टी महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा, 'ओवैसी बंधुओं की पार्टी के साथ समझौते का कोई सवाल नहीं है. बीएसपी को उत्तर प्रदेश में किसी चुनावी गठबंधन की आवश्यकता नहीं है.' उन्होंने कहा, 'पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और विजयी होगी जैसी जीत उसने 2007 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी प्रमुख मायावती के नेतृत्व में दर्ज की थी.'
'दंगा राज और गुंडा राज के खिलाफ लड़ाई'
मौर्य ने कहा कि पार्टी बीजेपी के ‘दंगा राज’ और सपा के ‘गुंडा राज’ के खिलाफ ‘कानून का राज’ के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी. स्वामी प्रसाद मौर्य पिछली बीएसपी सरकार में सर्वाधिक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों में शामिल थे.
मौर्य बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के शानदार प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में एआईएमआईएम और कांग्रेस जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे. बिहार में चिर प्रतिद्वंद्वियों नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को हराने के लिए आपस में हाथ मिला लिया था. जिसके बाद यूपी में भी ऐसी ही गठबंधनों को लेकर कयास शुरू हो गए हैं.
-इनपुट भाषा से