
अगले बजट (2018-19) में केंद्र सरकार जनता को स्वास्थ्य क्षेत्र में कई तरह की सौगात देने की तैयारी कर रही है. सरकार देश भर में हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलने के लिए 1,200 करोड़ रुपये का आवंटन कर सकती है. गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली 1 फरवरी को बजट पेश करेंगे.
पिछले साल के बजट में ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश में करीब 12,500 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को वेलनेस सेंटर में बदलने की घोषणा की थी.
एक सरकारी सूत्र ने मेल टुडे को बताया, 'एक स्वास्थ्य उपकेंद्र को वेलनेस सेंटर में बदलने पर करीब 16 लाख रुपये खर्च होंगे. फिलहाल स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर सिर्फ पांच तरह की स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं. इनकी जगह हेल्थ और वेलनेस सेंटर बनाए जाएंगे, जिनमें 12 तरह की चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी.'
देश में करीब 12,500 हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे. इन केंद्रों पर काफी व्यापक स्तर का जच्चा-बच्चा देखभाल, बच्चों और किशोरों की चिकित्सा, परिवार नियोजन और प्रजनन सेवाएं, संक्रामक रोग प्रबंधन, गैर संक्रामक रोगों का उपचार और बुजुर्गों की देखभाल शामिल है.
कुल 1200 करोड़ के आवंटन के अलावा राज्यों को इसके लिए अलग से भी बजट दिया जाएगा. इस तरह इन केंद्रों की स्थापना पर करीब 2,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे.