
पेट्रोल और डीजल के नाम पर केंद्र की मोदी सरकार ने मध्यम वर्ग के साथ एक बड़ा मजाक किया है. एक तरफ एक्साइज ड्यूटी घटाने का फैसला लिया तो वहीं, दूसरी तरफ सेस बढ़ाकर तेल की कीमतों को बराबर कर दिया.
इस बजट में केंद्र सरकार ने पहले पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला बेसिक उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) को 2% कम करने का फैसला लिया. साथ ही सेस में 2 रुपए की बढ़ोतरी की है. इससे पेट्रोल और डीजल के दाम जस के तस रहेंगे.
सरकार द्वारा सेस में की गई बढ़ोतरी से पेट्रोल और डीजल के दाम जितने कम हुए उतना ही बढ़ भी गए. दरअसल, एक्साइज ड्यूटी में 2 फीसदी की कमी से पेट्रोल-डीजल 2 रुपए सस्ता हो गया. इसके तहत पेट्रोल पर लगने वाला एक्साइज ड्यूटी 6.48 रुपए से घटाकर 4.48 रुपए और डीजल पर 8.33 रुपए से घटाकर 6.33 रुपए प्रति लीटर किया गया है.
वहीं, सेस (सड़क उपकर) में दो रुपए की बढ़ोतरी की गई है और इसे 6 रुपए से बढ़ाकर 8 रुपए कर दिया गया है. वित्त सचिव हसमुख ने कहा कि पेट्रोल डीजल पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी में दो रुपए की कमी की गई है और इसे सेस में बदल दिया गया है. मंत्रालय ने यही बदलाव किया है.