
देश का आम बजट शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. इस बजट को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. इस बीच यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने बजट को खोखला करार दिया. साथ ही कहा कि सरकार बजट में क्या कहना चाहती है, यह स्पष्ट नहीं है.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि निर्मला सीतारमण का बजट भाषण अस्पष्ट है. इस भाषण को सुनकर आप यह नहीं जान सकते कि सरकार क्या करना चाहती है. उन्होंने कहा, 'सरकार लोगों को यह नहीं बताती कि कुल राजकोषीय घाटा क्या है, वे किससे डरते हैं?' चिदंबरम ने इसके साथ ही बजट में डिफेंस, मिड डे मिल, मनरेगा के लिए आवंटन का कोई जिक्र नहीं होने पर भी सवाल खड़े किए.
किस तरह की कॉमेडी?
चिदंबरम ने आगे कहा कि बिना पैन कार्ड के सिर्फ आधार कार्ड के जरिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की सुविधा के ऐलान पर चिदंबरम ने तीखा तंज किया. उन्होंने कहा, 'आपको याद होगा कि जब आधार को आईटीआर फाइलिंग के लिए अनिवार्य किया गया तो सवाल उठा कि जब पैन कार्ड है तो आधार की जरूरत क्या है. अब आप कह रहे हैं कि बिना पैन के आधार से ही आईटीआर फाइल कर सकते हैं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि यह क्या कॉमेडी है? मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि पैन और आधार को तब लिंक करने की क्या जरूरत थी. यह सरकार पहले कानूनों में संशोधन करती है, फिर सोचती है.'
यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने कहा कि डिजिटलीकरण के बावजूद लोगों को नकदी के इस्तेमाल के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है. उन्होंने मोदी सरकार के पेट्रोल और डीजल पर सेस लगाने के फैसले पर भी सवाल खड़े किए.
पी चिदंबरम ने निर्मला सीतारमण बही-खाता पर भी तंज किया. उन्होंने कहा कि भविष्य में कांग्रेस के वित्त मंत्री आईपैड लेकर जाएंगे. दरअसल, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट लेकर आईं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हाथ में लाल ब्रीफकेस की जगह बजट के दस्तावेज लाल मखमली कपड़े में लिपटे नजर आए. ऐसा पहली बार हुआ है जब लेदर का बैग और ब्रीफकेस दोनों ही सरकार के बजट से गायब हो गए हैं. बजट की इस नई परंपरा को बही-खाता बताया जा रहा है.