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BJP का पलटवार- चायवाले से 44 सीट पर तो पकौड़ेवाले के अपमान से 5 पर सिमटेगी कांग्रेस

अभिषेक सिंह ने चर्चा के दौरान केंद्रीय बजट की जमकर तारीफ की और इसे गरीब-पिछड़ों के लिए कल्याणकारी बजट बताया. उन्होंने बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर हल्ला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर इस बजट से हाहाकार मच गया है.

बीजेपी सांसद अभिषेक सिंह (फाइल फोटो) बीजेपी सांसद अभिषेक सिंह (फाइल फोटो)
अनुग्रह मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 08 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 5:07 PM IST

लोकसभा में आम बजट 2018-19 पर चर्चा के दौरान सदन में एक बार फिर से पकौड़े का मुद्दा गरमा गया है. सदन में बजट पर चर्चा करते हुए छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव से बीजेपी सांसद और सीएम रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर गरीबों का मखौल उड़ाने का आरोप लगाया.

अभिषेक सिंह ने चर्चा के दौरान केंद्रीय बजट की जमकर तारीफ की और इसे गरीब-पिछड़ों के लिए कल्याणकारी बजट बताया. उन्होंने बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर हल्ला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर इस बजट से हाहाकार मच गया है, मोदी सरकार ने जिन योजनाओं का एलान इस बजट में किया है उससे कांग्रेस के भीतर बौखलाहट है.

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अभिषेक सिंह ने कहा कि 2014 के आम चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एक चाय वाले का मजाक बनाया था, तब देश की जनता ने कांग्रेस 44 सीटों पर समेट दिया था, आज एक पकौड़े बेचने वाले की मेहनत का मजाक उड़ाने वाली कांग्रेस को अगर जनता 5 सीटों पर भी सिमट दे तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए. अभिषेक ने अपने संसदीय क्षेत्र से ऐसे कई लोगों का उदाहरण भी पेश किए जिन्होंने छोटे स्तर से दुकान शुरू की और आगे चलकर बड़ा कारोबार स्थापित कर अन्य लोगों को भी नौकरी देने का काम किया.

कांग्रेस की सोच का नतीजा

बीजेपी सांसद ने कहा कि गरीब और पिछड़ों के लिए हितकारी इस बजट से देश प्रगति की ओर आगे जाएगा. उन्होंने कहा कि कोई काम छोड़ा-बड़ा नहीं होता, बल्कि उस काम को करने वाले की सोच और प्रतिभा ये तय करती है कि वो कितना आगे जा सकता है. उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि ये पकौड़े बेचने वाले का मजाक उड़ाना कांग्रेस की सोच और दृष्टिकोण बताता है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ऐसी नीतियां बनाईं जो देश को अच्छी मानसिकता की ओर लेकर जा रही हैं.

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पकौड़े को लेकर पॉलिटिक्स

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पकौड़े बेचने को भी रोजगार बताया था. इसके बाद पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा था  कि अगर पीएम पकौड़े बेचने को रोजगार मानते हैं तो इस तर्क के साथ भीख मांगने वाले को भी नौकरीपेशा माना जाना चाहिए. इससे पहले, 2014 में कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को चायवाला कहकर उनपर निशाना साधा था.

आम बजट पेश होने के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहा है. पिछले दिनों बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी राज्यसभा में दिए अपने पहले संबोधन में कांग्रेस पर गरीबों का मजाक बनाने का आरोप लगाया था. सोशल मीडिया से लेकर संसद तक 'पकौड़ा पॉलिटिक्स' की चर्चा काफी तेज हो गई है.     

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