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उबर कैब रेप केस में अंतिम दलीलों पर सोमवार को सुनवाई नहीं हो सकी. दिल्ली की एक अदालत में आरोपी ड्राइवर ने एक अर्जी देकर अभियोजन के सभी 28 गवाहों को इस आधार पर दोबारा बुलाने की मांग की कि उसे अपना बचाव करने का उचित अवसर नहीं मिला.
कैब में पांच दिसंबर 2014 की रात को 25 वर्षीय महिला से रेप के आरोपों का सामना कर रहे शिव कुमार यादव ने आरोप लगाया कि कई कमियां, गलतियां और अवैधताएं हैं जिसकी वजह से सभी गवाहों को पुनर्परीक्षण के लिए फिर से बुलाने की आवश्यकता है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने यादव के वकील और अभियोजन पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद याचिका पर 18 फरवरी तक आदेश सुरक्षित रख लिया.
अदालत को सोमवार से अंतिम दलीलों पर सुनवाई करनी थी. आरोपी के नए आवेदन के मद्देनजर यह शुरू नहीं हो सका. अधिवक्ता डीके मिश्रा ने दलील दी कि आरोपी के साथ अन्याय हुआ है, क्योंकि बचाव पक्ष के पिछले वकील ने सही तरीके से आरोपी का प्रतिनिधित्व नहीं किया. याचिका का वरिष्ठ लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने विरोध किया. उन्होंने कहा कि बचाव पक्ष के वकील को बदल दिया जाना गवाहों को फिर से बुलाने का आधार नहीं है.
उन्होंने कहा कि आरोपी मामले में इस तरह के आवेदनों के जरिए मुकदमे में विलंब करने का प्रयास कर रहा है. बचाव पक्ष के वकील ने दलील दी कि निष्पक्ष मुकदमा आरोपी का कानूनी अधिकार है.
-इनपुट भाषा से