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बाढ़ और सूखे के स्थाई समाधान में लगी है सरकार: उमा भारती

विश्‍व जल दिवस के अवसर पर दिल्‍ली में उमा भारती ने कहा कि नेपाल और बांग्‍लादेश जैसे पड़ोसी देशों के साथ संबंध मजबूत करने में नदियों एवं जल की भूमिका महत्‍वपूर्ण रहेगी. सीमावर्ती क्षेत्रों की नदियों का उल्‍लेख करते हुए उमा भारती ने कहा कि हम इनके बारे में बहुत संवेदनशील हैं.

केंद्रीय मंत्री उमा भारती केंद्रीय मंत्री उमा भारती
अशोक सिंघल/सुरभि गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 12:18 AM IST

केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा है कि भारत विश्‍व की एक महत्‍वपूर्ण शक्ति बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में देश के विकास में जल की भूमिका काफी महत्‍वपूर्ण होगी.

पड़ोसी देशों से संबंध में नदियां महत्वपूर्ण
विश्‍व जल दिवस के अवसर पर दिल्‍ली में उमा भारती ने कहा कि नेपाल और बांग्‍लादेश जैसे पड़ोसी देशों के साथ संबंध मजबूत करने में नदियों एवं जल की भूमिका महत्‍वपूर्ण रहेगी. सीमावर्ती क्षेत्रों की नदियों का उल्‍लेख करते हुए उमा भारती ने कहा कि हम इनके बारे में बहुत संवेदनशील हैं.

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जल जीवन और मृत्यु का कारक
जल के महत्व पर बोलते हुए उमा भारती ने कहा कि जल जीवन और मृत्यु दोनों का कारक है. अगर बाढ़ आए तो मृत्यु और अगर सिंचाई में उपयोग हो तो जीवन. उन्‍होंने कहा कि सरकार नदी जोड़ो परियोजना के तहत देश की नदियों को आपस में जोड़कर बाढ़ और सूखे की समस्‍या का स्‍थायी समाधान करने में लगी है.

नदी जल विवाद (संशोधन) विधेयक 2017
हाल ही में संसद में पेश किए गए अंतर्राज्यीय नदी जल विवाद (संशोधन) विधेयक 2017 का उल्‍लेख करते हुए उमा भारती ने कहा कि यह विधेयक अन्‍य मंत्रालयों के लिए भी विवाद समाधान के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकता है. 'नमामि गंगे' कार्यक्रम जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा कि इस काम में तकनीक के साथ-साथ जन भागीदारी भी महत्‍वपूर्ण है.

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